Meerut News : बिजली का यह खंभा कभी भी गिर सकता है!
मेरठ (ब्यूरो)। तीन दिन पहले आई तेज आंधी ने भले ही मौसम सुहाना बना दिया हो लेकिन यह आंधी बिजली विभाग के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं रही। जगह-जगह बिजली के तार टूटे तो कई जगह बिजली के खंभे ही जड़ से उखड़ गए। मगर कई जगह आंधी के कारण बिजली के खंभे सड़क की तरह झुक गए हैैं, जो कभी भी दुघर्टना का सबब बन सकते हैैं। जागृति विहार एक्सटेंशन में एचटी लाइन का खंभा बिजली के तारों के साथ सड़क की तरफ झुक गया है। इस समस्या पर स्थानीय नागरिक कुलदीप शर्मा ने बिजली विभाग को ट्वीट कर समस्या से अवगत कराया है।
कमजोर नींव से झुका खंबा
दरअसल, जागृति विहार एक्सटेंशन को लोहियानगर और हापुड़ रोड से जोडऩे वाले मुख्य मार्ग पर एचटी लाइन का पोल तीन दिन पहले आई तेज आंधी के कारण सड़क की तरफ झुका गया है। इस खंभे से जुड़े तारों में लाइन चालू है और यह खंभा कभी भी हादसे का सबब बन सकता है। वहीं यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों में भी इस झुके हुए खंभे को लेकर हादसे का डर बना हुआ है। कई बार शिकायत के बाद भी बिजली विभाग इस तरफ ध्यान नही दे रहा है।
जर्जर खंभों को बदला जाए
स्थानीय नागरिक कुलदीप शर्मा ने बताया कि अक्सर तेज हवा या आंधी के आने से बिजली के खंभे या तो उखड़ जाते हैैं या सड़क की ओर झुक जाते हैैं। फिर महीनों यही स्थिति बनी रहती है। बिजली के खंभों की फाउंडेशन या कहें कि उनकी नींव को मजबूत बनाया जाए तो इस तरह की स्थिति से बचाव हो सकता है। वहीं जर्जर हो चुके खंभों को समय-समय पर बदला जाना चाहिए।
शहर में जगह-जगह जर्जर बिजली के खंभों पर तारों का जाल भी बोझ बनता जा रहा है। न तो खंभे बदले जा रहे हैैं और न ही बिजली के तारों को अंडरग्राउंड किया जा रहा है। तीन दिन पहले आई आंधी के चलते शहर से लेकर देहात क्षेत्र तक कई जगह बिजली के तार टूटे, जिससे घंटों अलग-अलग इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप रही।
हाल ही में हुए हादसे
21 मार्च को हापुड़ रोड पर जर्जर बिजली के खंभे से तार टूट जाने के कारण युवक गंभीर रूप से झुलस गया था।
28 जनवरी को ईव्ज चौराहे पर बिजली के खंभे में स्पार्किंग के बाद आग लगने से हड़कंप मच गया था।
जनवरी माह में सदर बाजार में दो गायों की मौत बिजली के खंभे में करंट उतर आने के कारण हो गई थी।
अक्टूबर 2022 में लावड़ में बिजली के खंभे में करंट उतरने से एक मासूम की मौत हो गई थी।
जुलाई 2022 में परतापुर के काशी गांव में खंभे में करंट उतर आने से घर के बाहर खेल रही आठ साल की बच्ची की मौत हो गई थी।
जर्जर खंभों को बदलने और बाकी खंभों से बिजली के तारों का बोझ कम करने के लिए बीते वर्ष अक्टूबर माह में पीवीवीएनएल ने बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना बनाई थी। लेकिन योजना अभी तक अधर में अटकी हुई है। इस योजना के तहत मेरठ में करीब 954 किमी क्षेत्र में बिजली के तारों को भूमिगत करने का प्लान है। हादसे का इंतजार कर रहा है विभाग
चार दिन से रोड पर यह खंभा बिजली के तारों के साथ हवा में लटका हुआ है। कब गिर जाए पता ही नहीं। इससे बड़ा हादसा हो सकता है।
कुलदीप शर्मा
स्कूल और मंदिर उसी क्षेत्र में जहां खंभा झुका हुआ है। सैकड़ों लोगों का रोजाना यहां से आना-जाना रहता है। विभाग हादसे का इंतजार कर रहा है।
मनीष जैन
प्रिंस इस शिकायत के संबंध में संबंधित एसडीओ को सूचित किया जा चुका है। जल्द से जल्द खंभा सीधा कराकर लाइन को सही कराया जाएगा।
राजेंद्र बहादुर, अधीक्षण अभियंता