Meerut News : कैलाश प्रकाश स्टेडियम के पास शूटिंग रेंज बनाने के लिए पैसे नहीं हैं
मेरठ (ब्यूरो)। वैसे तो वेस्ट यूपी से शूटिंग में कई खिलाड़ी निकले हैं। यहां के खिलाडिय़ों ने दुनिया में भारत और मेरठ का परचम लहराया है। वहीं दूसरा सच ये भी है कि कैलाश प्रकाश स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग रेंज तक नहीं हैं। मेरठ से इंटरनेशनल शूटर अभिनव बिंद्रा, शार्दुल विहान, सौरव चौधरी, गगन नारंग, विजय कुमार, विपिन राणा जैसे कई शूटर तो निकले हैं। बावजूद इसके, सुविधाएं अभी तक नहीं हैं।
शूटिंग रेंज का प्लान बना
गौरतलब है कि साल 2018 में स्टेडियम में ही शूटिंग रेंज बनाने प्लान बनाया गया, लेकिन 2019 तक उसमें कोई प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी, फिर जून 2019 में कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कैलाश प्रकाश स्टेडियम में बनाई जा रही शूटिंग रेंज व अन्य निर्माणाधीन कार्यो की जांच के लिए निरीक्षण किया। उन्होंने तुगलकाबाद शूटिंग रेंज की तरह बनाने के निर्देश दिए। वहीं, अगस्त 2021 में मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट में शामिल शूटिंग रेंज के निर्माण कार्य का शुरू हुआ। तत्कालीन क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी गदाधर बारीकी ने इसका निर्माण कार्य शुरू कराया था।
बजट के चक्कर में फंसा निर्माण
अधिकारियों की मानें तो करीब 13 करोड़ की लागत से शूटिंग रेंज का निर्माण होना था। इसके लिए फिलहाल दो ही किश्त पास हुई थी। इनमें से पहली किश्त 4 करोड़ 28 लाख 80 हजार रुपए की जारी की गई। इसके तहत पहली किश्त से जितना कार्य होना था, वो काम पूरा हो गया। अब दूसरी किश्त का इंतजार है।
कैलाश प्रकाश स्टेडियम में शूटिंग के लिए ट्रेनिंग देने के लिए कोच भी एडॉक पर हैं। वहीं स्टेडियम में शूटिंग के कुछ ही इक्यूपमेंट हैं, जिनसे खिलाडिय़ों को प्रैक्टिस करनी पड़ती है। ऐसे में जिनके पास आर्थिक तंगी है वो मजबूरी में यहां प्रैक्टिस करते हैं। वहीं, सक्षम खिलाड़ी मोटी फीस देकर प्राइवेट एकेडमी में प्रैक्टिस करते हैं। शूटिंग रेंज को लेकर बातें कई हुई हैं, लेकिन अभी तक बन नहीं पाई है। औपचारिकता के लिए रेंज बनी है जो ऐसे लगती है मानों जैसे मेले में निशाने लगाने का स्टॉल हो।
गगन, प्लेयर मेरठ में कोई शूटिंग रेंज ऐसी नहीं हैं जहां वास्तव में खिलाडिय़ों को अ'छे लेवल की टे्रनिंग मिल सके। खिलाडिय़ों को मेरठ से बाहर ही प्रैक्टिस के लिए जाना होता है।
अमन, प्लेयर यहां शूटिंग रेंज तो है पर वो केवल नाम की है। बेहतर शूटिंग रेंज बनने की बात तो बहुत होती है, लेकिन अभी काम बीच में ही अटका हुआ है।
प्रणव, प्लेयर
शूटिंग रेंज को लेकर शासन से जल्द ही किश्त आने वाली है। उसका ही इंतजार है, उम्मीद है आने वाले दो माह में प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
अब्दुल अहमद, कार्यवाहक आरएसओ