सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे...लगेगा कि जैसे आप चांद पर आ गए हों
मेरठ (ब्यूरो)। अगर आप चंाद पर मौजूद क्रेटर बिना चांद पर जाए देखना चाहते हैैं तो बस आपको सदर बाजार, रजबन और भैंसाली मैदान रोड पर जाना होगा। यकीन मानिए आपको इन सड़कों पर चांद सरीखे बड़े और गहरे गड्ढे देखने को मिल जाएंगे। सड़कों का ये हाल तब है, जब लाखों का बजट इन सड़कों पर खर्च किया जा चुका है। सड़कों पर बने इन गड्ढों से निजात पाने के लिए स्थानीय निवासी सौरभ जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर एमपी, एमएलए तक को ट्वीट कर समस्या के निस्तारण की मांग की है।
स्मार्ट कैंट की बिगड़ी सूरत
स्मार्ट कैंट की टूटी सड़कों पर लोगों का चलना दूभर होता जा रहा है। मानसून में बीते दो माह इन सड़कों पर जलभराव के कारण लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। बरसात के बाद दिनभर अब इन सड़कों पर धूल-मिट्टïी उड़ती रहती है। इतना ही नहीं, आए दिन यहां छोटे-मोटे हादसे होते रहते हैैं। व्यापारियों का कहना है कि जल्द सड़कों के गड्ढे नहीं भरे गए तो वह आंदोलन को मजबूर होंगे। इतना ही नहीं, व्यापारियों की मानें तो छह साल से छावनी के रिहायशी क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण नहीं हुआ है। सदर, लालकुर्ती, रजबन क्षेत्र में कोई भी ऐसी सड़क नहीं बची है, जिसमें गहरे गड्ढे न हों। वहीं सदर थाने के सामने वाली सड़क पर सीवर के ढक्कन आड़े-तिरछे लगाकर सड़क निर्माण कर दिया गया। जिसके कारण सदर थाने से लेकर सनातन धर्म इंटर कॉलेज तक जाने वाली पूरी सड़क ऊबड़-खाबड़ बन गई है।
हर साल कैंट बोर्ड क्षेत्र की सड़कों के निर्माण और मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए का बजट तैयार करता है लेकिन एक-दो सड़कें बनाकर खानापूर्ति कर दी जाती है। इस साल भी कांवड़ यात्रा से पूर्व भी कैंट बोर्ड द्वारा क्षेत्र में सड़क निर्माण और पेचवर्क कराने का आश्वासन दिया गया था। मगर मेन रोड तक पेंच वर्क सीमित रहा। सदर बाजार, भैंसाली मैदान की सड़कों पर पेंच वर्क तक नहीं हो पाया। पिछले साल लखनऊ मध्य कमान निदेशक ने भी कैंट क्षेत्र का निरीक्षण किया था। लेकिन इसके बाद भी सड़कों का निर्माण नहीं हुआ। सड़क निर्माण के लिए हर साल कैंट बोर्ड बजट का रोना रो देता है जब टैक्स वसूली जमकर हो रही है तो बेसिक सुविधाएं जनता को क्यों नही मिल रही है।
अक्षत जैन
कैंट में सड़कों का निर्माण लंबे समय से नहीं हो पा रहा है। कुछेक सड़क बना दी गई हैैं लेकिन अधिकतर सड़कों पर अभी भी गड्ढे ही गड्ढे हैैं।
सौरभ जैन
विनेश जैन कैंट क्षेत्र में सड़केें टूटी पड़ी हैैं। यहां वाहन चलाना दूभर हो गया है। लेकिन कैंट बोर्ड का इस तरफ कोई ध्यान ही नहीं है।
मनोज गुप्ता आज की बोर्ड बैठक में सड़कों को निर्माण के लिए बजट पर मंथन हुआ है। जल्द सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
ज्योति कुमार, सीईओ, छावनी बोर्ड