कटान का इंटर स्टेट नेटवर्क
सोतीगंज के कबाडि़यों ने साधा दूसरे राज्यों के कबाडि़यों से नेटवर्क
नेटवर्क के चलते जहां वाहने होगा चोरी, वहीं होगा कटान छोटा हो या बड़ा वाहन 50-50 फीसदी के कमीशन पर वाहन कटान की डील विकास चौधरी Meerut। बुधवार को दिल्ली गेट पुलिस द्वारा पकड़े गए पांच वाहन चोरों ने चोरी के वाहन के कटान को लेकर कई बड़े खुलासे किए, मगर पुलिस इस बाबत कुछ भी साझा नहीं कर रही है। वहीं सूत्रों के मुताबिक अब सोतीगंज के कबाडि़यों ने दूसरे जिले के कबाडि़यों से वाहन कटान को लेकर नेटवर्क साधना शुरू कर दिया है। इसी नेटवर्क के तहत पुलिस की सख्ती के चलते दूसरे जिलों समेत आसपास के राज्यों में भी सोतीगंज के कबाड़ी अपने कटान के अड्डे बनाने लगे हैं। इन जिलों में मुख्यत: मुजफ्फरनगर, शामली, गाजियाबाद, नोएडा समेत दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड राज्य शामिल हैं। जहां से चोरी, वहीं कटानसूत्रों के मुताबिक सोतीगंज के कबाडि़यों ने 50-50 फीसदी के कमीशन पर आसपास के जिलों और राज्यों में मौजूद कबाडि़यों से चोरी के वाहन कटान को लेकर डील कर ली है। इस डील के मायने सीधे हैं कि अब जिस भी राज्य में वाहन चोरी होगा, उसका कटान भी वहीं होगा। वाहन को पुर्जा-पुर्जा करने के बाद उसे मेरठ के सोतीगंज में बेचने के लिए भेजा जाएगा।
इधर कटान, उधर कमीशन चोरी के वाहन दोपहिया हों या चौपहिया सभी पर कबाडि़यों का कमीशन सेट कर दिया गया है। जैसे ही चोरी के वाहन का दूसरे जिले में कटान होगा और उसके फोटो व्हाट्सएप पर सोतीगंज के कबाडि़यों को भेजे जाएंगे। तुरंत ही यहां से कबाड़ी उक्त कबाड़ी को ऑनलाइन पेमेंट कर देगा। मौके पर सौदा सूत्रों के मुताबिक यूं तो कटान वाले गोदाम पर ही ज्यादातर वाहनों के पार्ट्स का सौदा हो जा रहा है। बाकी पार्ट्स को लोड करके मेरठ के सोतीगंज भेज दिया जाता है। मगर ऑन डिमांड चोरी किए गए वाहनों का कटान करके एक-एक पुर्जा सोतीगंज ही भेजा जाता है, उसकी वहां नो डील घोषित कर दिया जाता है। बड़े वाहनों के कटान का रेट लेटेस्ट लांच चौपहिया वाहन 7 सीटर -1.5 से 2.50 लाख रुपये एसयूवी- 1 से 1.5 लाख रुपये सीडान - 80 हजार से 1 लाख रुपये फोर सीटर - 50 हजार से 80 हजार रुपये लेटेस्ट लांच दोपहिया वाहन अपाचे और पल्सर - 40 हजार रूपये स्कूटी - 10 हजार रुपये इकबाल के बेटे पर कार्रवाईवाहनों का कटान करने वाले हाजी इकबाल के बेटे अबरार का बड़ा नेटवर्क मेरठ समेत आसपास के राज्यों में फैला हुआ है। अबरार के खिलाफ तो लखनऊ समेत दिल्ली, हरियाणा, मेरठ में भी कई मुकदमे दर्ज है। 17 नवंबर 2020 को सदर बाजार पुलिस ने अबरार को गिरफ्तार किया था, जिसके कब्जे से चोरी और लूट के वाहनों के पार्ट्स समेत इंजन मॉड्यूल कंट्रोल पार्ट्स तक पुलिस ने बरामद किए गए थे।
निशानदेही पर मेरठ में छापे मेरठ में दूसरे राज्यों की पुलिस अक्सर चोरी के वाहनों के संबंध में छापे मारने आती है। इतना ही नहीं, कई घटनाओं में पहले भी ये खुलासा हो चुका है कि चोरी और लूट के वाहनों का कटान दूसरे राज्य में करा दिया जाता है और उसके पार्ट्स को डीसीएम और छोटे हाथी में भर कर मेरठ में बेचने के लिए भेज दिया जाता है। इन राज्यों में फैला हुआ है नेटवर्क यूपी के राज्य मुजफ्फरनगर शामली गाजियाबाद नोएडा बागपत यूपी से बाहर दिल्ली हरियाणा राजस्थान उत्तराखंडकबाडि़यों पर शिकंजा लगातार कसा जा रहा है। जो कबाड़ी दूसरे राज्यों के कबाडि़यों से जुड़े हुए हैं, उन पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है। वहां की पुलिस जब भी आती है तो उनका पूरा सहयोग किया जाता है। साथ ही उनकी डिटेल भी ली जाती है। सभी राज्यों की पुलिस आपस में मिलकर काम कर रही हैं ताकि चोरी के वाहन का कटान करने वाले कबाडि़यों पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके।
विनीत भटनागर, एसपी सिटी, मेरठ