Meerut News : जांच और सैंपल के नाम पर हो रहा व्यापारियों का उत्पीडऩ बंद हो
मेरठ (ब्यूरो)। पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के आठवें वार्षिक अधिवेशन में 11 सूत्रीय मांगों पर विचार-विमर्श हुआ। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किए गए। जांच और सैंपल के नाम व्यापारियों के उत्पीडऩ की कार्रवाई बंद करने की मांग भी शासन से की गई। बच्चा पार्क के पास पीएल शर्मा स्मारक सभागार कस्बों और आसपास के जनपदों से बड़ी संख्या में व्यापारियों ने पहुंच कर एकता का प्रदर्शन किया। पश्चिम उत्तर प्रदेश के 15 जनपदों से हजारों की संख्या में व्यापारी शामिल हुए। इस अवसर पर 21 किलो का केक काटा गया। मवाना से आए व्यापारी नेता शैवाल दुबलिश ने कहा कि पैकेट बंद खाने पीने की चीजों पर व्यापारियों का जुर्माना लगाया जा रहा है। जबकि पैकेट पर निर्माण करने वाली फर्म और उसका पता लिखा रहता है। जुर्माना निर्माण कर्ता पर होना चाहिए न कि छोटे व्यापारी का। व्यापारियों ने खाद्य और औषधि प्रशासन में लाइसेंस बनवाने के नाम पर रिश्वत लिए जाने का मामला उठाया।
व्यापारी अर्थव्यवस्था की रीढ़
प्रदेश अध्यक्ष आशु शर्मा ने कहा कि व्यापारी समाज देश की अर्थव्यवस्था के लिए रीढ़ है। उत्तर प्रदेश के कुल राजस्व बड़ा भाग पश्चिम उत्तर प्रदेश से जाता है परंतु उसके बाद भी पश्चिम उप्र के व्यापारी का उत्पीडऩ हो रहा है। जीएसटी, खाद्य और औषधि प्रशासन, नापतौल विभाग द्वारा जांच के नाम हो रहे उत्पीडऩ को बंद करने की मांग की। नोट हमारा, वोट हमारा और राज तुम्हारा नहीं चलेगा। जब तक उत्तर प्रदेश में व्यापारी आयोग का गठन नहीं होगा तब तक व्यापारी खुशहाल नहीं हो सकता। कहा व्यापारी को दुधारू गाय मानना अधिकारी बंद करेें नहीं तो उनके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मांगें अगर पूरी न हुई तो विधानसभा के घेराव से भी व्यापारी पीछे नहीं हटेंगे। 20 नवंबर को पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्य मंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। लोक गायक सुंदर बैसला की टीम के कलाकारों ने व्यापारियों का मनोरंजन किया।
पं। आशु शर्मा ने कहा कि व्यापारी समाज को भी किसानों की तर्ज पर एक जुटता के साथ आंदोलन चलाना पड़ेगा, तभी व्यापारियों का भला हो सकता है। ऑल इंडिया स्पोर्ट्स मैन्युफैक्चरिंग फेडरेशन के अध्यक्ष पुनीत मोहन शर्मा ने कहा कि व्यापारियों में एकता बेहद जरूरी है। एकता के दम पर ही व्यापारी सरकार से अपना कार्य कर सकते हैं।
ऑनलाइन माध्यम की शादी नहीं चलती, माल क्या चलेगा
सम्मेलन में मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री अमित दीक्षित ने कहा कि ऑनलाइन व्यापार से घबराने की जरूरत नहीं है। खुदरा व्यापारी ईमानदारी से कार्य करें। कहा कोर्ट में जितने भी तलाक हो रहे हैं उसमें 80 प्रतिशत वह मामले हैं जिनमें पति पत्नी एक दूसरे से ऑनलाइन माध्यम से संपर्क में आए। जब शादियां नहीं चल पा रही हैं तो सामान कहां से चलेगा। कहा ऐसे सम्मेलन होते रहने चाहिए। इससे शासन और सरकार को व्यापारियों की ताकत का अहसास होता है। केमिस्ट एसोसिएशन ने चिकित्सकों द्वारा अपने क्लीनिक में ही मेडिकल स्टोर खोल लेने के कारण कारोबार प्रभावित होने की बात कही।
सम्मेलन में ऑल इंडिया स्पोर्ट मैन्युफैक्चरिंग फेडरेशन के अध्यक्ष पुनीत मोहन शर्मा, मोहकमपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज गर्ग, केमिस्ट ओर ड्रग्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चंद्र गुप्ता व महामंत्री उपेंद्र बंसल, सर्राफा एसोशिएशन के अध्यक्ष अतुल जैन जैना व महामंत्री नरेश महेश्वरी, मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री अमित कुमार दीक्षित, नादिर अली बैंड कंपनी के हाजी फैज अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
यह प्रस्ताव पास किए गए
1. उत्तर प्रदेश में व्यापारी आयोग बनाया जाए। 2. किसानों की तर्ज पर छोटे व्यापारियों का पांच लाख तक का सरकारी कर्ज माफ किया जाए। 3. व्यापारी प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाए।
4. बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर नकेल कसी जानी चाहिए तथा आनलाइन व्यापार पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित लगाया जाए। होना चाहिए
5. जीएसटी की समस्याओं के समाधान के लिए एकल खिड़की व्यवस्था कीजाए। 6. पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच की स्थापना की जाए। 7. प्रत्येक थाने में व्यापारी हेल्प डेस्क का निर्माण किया जाए। 8. शिक्षक तथा स्नातकों की तर्ज पर जीएसटी पंजीकृत व्यापारियों को भी विधान परिषद सदस्य चुना जाना चाहिए। 9. व्यापारियों को 50 लख रुपए तक का कर्ज बिना बैंक गारंटी के सब्सिडी के आधार पर दिया जाना चाहिए। 10. व्यापारिक सुरक्षा प्रकोष्ठ को प्रभावी बनाया जाए। 11. जीएसटी काउंसिल में व्यापारी प्रतिनिधि शामिल किया जाए।