एसिड बिक्री रोकने के दावे ही झुलसे
मेरठ,(ब्यूरो)। इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार भट्टï ने पुलिस को गोदाम सील कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद पुलिस ने सोमवार को गोदाम पर भी सील लगा दी। हालांकि ई-रिक्शा चालक सलीम अभी भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी में जुटी हुई है।
तेजाब में डाला हाथ
तेजाब से भरी अन्य प्लास्टिक केन से सलीम ने थाने में तेजाब निकाला। तेजाब को अपने हाथ पर डाल लिया। सलीम का दावा है कि तेजाब इतना हल्का कर दिया जाता है कि वह त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाता है। उसने कहा कि हादसे के दौरान टूटी प्लास्टिक केन में शायद तेजाब की मात्रा अधिक थी इसलिए लोग झुलस गए। पुलिस की जांच में सामने आया कि देवेंद्र के पास कम मात्रा में प्रयोग किए जाने वाले तेजाब को बेचने का लाइसेंस भी है। फिलहाल पुलिस उसके रजिस्टर चेक कर रही है। देखा जा रहा है कि तेजाब कहा-कहां बेचा जा रहा है।
सोना-चांदी निकालने में प्रयोग होता है तेजाब
इस तेजाब को विभिन्न वस्तुओं से सोना-चांदी निकालने में प्रयोग किया जाता है। लिसाड़ीगेट में ऐसी काफी भट्ठियां संचालित हो रही हैं। पुलिस ऐसी भट्ठियों की छानबीन कर रही है। अवैध रूप से भट्ठी चलाने वाले लोग हादसे को अंजाम देने वाले तरल पदार्थ का प्रयोग कर रहे हैं। उधर, पुलिस ने अवैध तरीके से तेजाब बेचने वालों की भी छानबीन शुरू कर दी है। इसके लिए सभी थाना क्षेत्रों में अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
किसी भी दशा में 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को एसिड नहीं बेचा जा सकता है। दुकानदार बिना परिचय पत्र देखे एसिड नहीं बेचेंगे। एसिड खरीदने का उद्देश्य, मात्रा और खरीदने वाले का नाम रजिस्टर पर जरूर लिखा होना चाहिए। यदि कोई दुकानदार इन नियमों का पालन नहीं करता है तो एसडीएम दुकान को सील कर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगा सकते हैं।
गोदाम संचालकों पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है। मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। अभी ई-रिक्शा चालक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उसकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। हालांकि कैन में ले जाया जा रहा तेजाब सोने-चांदी के आभूषणों की सफाई करने वाला था।
अरविंद चौरसिया, सीओ कोतवाली मेरठ