नहीं कराई इंस्पेक्टर ने आमद, अब घोषित होगा ईनाम
इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी को बनेगी टीम, ईनाम घोषित करने की तैयारी
बिजेंद्र राणा और परिजन के नाम की गई संपत्ति की हो रही पड़ताल Meerut। भ्रष्टाचार के मुकदमे में फंसे निलंबित इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा का सीए दाखिल करने का समय पूरा हो गया है। बावजूद इसके उन्होंने अभी तक पुलिस लाइन में आमद नहीं कराई है। उनकी गिरफ्तारी को एक टीम बनाई जाएगी। उन पर इनाम घोषित करने की तैयारी भी की जा रही है। कप्तान ने बताया कि विवेचक की तरफ से प्रार्थना पत्र मिलने के बाद इनाम घोषित करने की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी। हालांकि इंस्पेक्टर हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत के लिए प्रयागराज में डेरा डाले हुए हैं। दर्ज कराया था मुकदमासदर बाजार थाने के इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा और हेडकांस्टेबल मनमोहन के खिलाफ खतौली के विकार आमिर उर्फ वकार ने भ्रष्टाचार, अवैध हिरासत में रखकर मारपीट करना और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने हेडकांस्टेबल मनमोहन को जेल भेज दिया है। मनमोहन के बयानों के आधार पर ही मुकदमे में इंस्पेक्टर को आरोपित बनाया गया है। मनमोहन ने इंस्पेक्टर के खिलाफ कुछ साक्ष्य भी दिए हैं, जिसमें इंस्पेक्टर और मनमोहन के बीच बातचीत की आडियो है। पुलिस की जांच में सामने आया कि इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा के कहने पर ही हेडकांस्टेबल ने विकार से रकम वसूली थी। मनमोहन ने अपने बयानों में बताया कि ट्रक चोरी का फर्जी मामला दर्ज कराने वाले ट्रक स्वामी और चालक को छोड़ने की एवज में भी तीन लाख की रकम वसूली गई। ट्रक स्वामी और चालक के भी इस पूरे प्रकरण में बयान दर्ज कराए जाएंगे। मुकदमा दर्ज होने के बाद इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा वाट्सएप पर अफसरों को प्रयागराज में सीए दाखिल करने का मैसेज डालकर लखनऊ निकल गए थे। सीएम दाखिल का समय पूरा होने के बाद भी इंस्पेक्टर ने पुलिस लाइन में आमद नहीं कराई है।
संपत्ति की हो रही पड़ताल पुलिस के एक टीम गोपनीय तरीके से बिजेंद्र राणा, उनके रिश्तेदार और स्वजन के नाम संपत्ति की जांच कर रही है। ताकि जांच रिपोर्ट भेजकर इंस्पेक्टर के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा सकें। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड राज्य में भी बिजेंद्र राणा की संपत्ति की जांच की है। बिजेंद्र राणा कंकरखेड़ा से लेकर गंगानगर तक के थानों की कमान संभाल चुके हैं। चर्चा है कि बिजेंद्र राणा अवैध पैसे से जमीन खरीदारी में जुटे हुए हैं।विवेचक सीओ क्राइम की जांच रिपोर्ट आने के बाद इंस्पेक्टर पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इंस्पेक्टर की जानकारी करने के लिए एक टीम लगी है। कुछ तथ्य पुलिस को मिल गए है। उन्हें पुलिस ने केस डायरी का हिस्सा बना लिया है।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी