विश्व क्षय रोग दिवस के मौके पर विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यक्रम आयोजित किया गया।


मेरठ ब्यूरो। विश्व टीबी दिवस के मौके पर जिलेभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग ने जागरुकता रैली निकाली। टीबी के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को टीबी की बीमारी और उसके उपाय के बारे में बताया गया। 2025 तक बने टीबी मुक्त जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम को सीएमओ डॉ। अखिलेश मोहन ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 2025 तक जिले को टीबी से मुक्त करने का टारगेट है। इसलिए शहर और देहात के इलाकों में जागरुकता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। मैजिक शो, नुक्कड़ नाटक से लोगों को इस बारे में बताया जा रहा है। ये लोग मौजूद रहे इस दौरान डिप्टी डीटीओ डॉ। विपुल कुमार, वरिष्ठ टीबी प्रवेक्षक अजय सक्सेना, जिला समन्वयक नेहा सक्सेना, पीपीएम शबाना बेगम, बीसीजी टेक्नीिशयन डॉ। अंजु गुप्ता, पीएमडीटी प्रोग्राम ड्रग्स रेजीटेंस टीबी कोडिनेंटर पविंद्र यादव मौजूद रहे।
मेडिकल कॉलेज में भी हुआ कार्यक्रम


विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर मेडिकल कालेज में जागरुकता कैंप आयोजित किया गया। इस मौके पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से टीबी की रोकथाम के बारे में बताया। नुक्कड़ नाटक के जरिए टीबी की बीमारी के कारण, संक्रमण और लक्षण के बारे में बताया गया। साथ ही यह भी बताया कि सरकार टीबी मरीजों का फ्री में इलाज कर रही है। कैंप में एक्सपर्ट ने लोगों के सवालों के जवाब भी दिए। डॉ। सीमा जैन टीबी रोग के बारे में बताया। सरकारी योजनाओं की दी जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ। वी डी पांडेय ने बताया कि जागरूकता कैंप के जरिए टीबी की बीमारी के बारे में बताया गया। मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ आरसी गुप्ता के निर्देश पर कम्युनिटी मेडिसिन की विभागाध्यक्ष और आचार्य डॉ तनवीर बानो ने टीबी की बीमारी के लक्षण, इसकी रोकथाम, उपचार और जांचों की संपूर्ण जानकारी दी।

Posted By: Inextlive