संस्कृत पढ़ने वालों को मिली सहूलियत
संस्कृत के विभिन्न कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स को नहीं खर्च करनी होगी मोटी फीस
अब स्टूडेंट्स को रेग्युलर फीस में ही संस्कृत विभाग के ये कोर्स करने को मिलेंगे Meerut। सीसीएसयू व उससे जुड़े कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट को अब यूनिवर्सिटी ने बड़ी राहत दी है। जिसके तहत अब संस्कृत के विभिन्न कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स को मोटी फीस खर्च नहीं करनी होगी। बीते दिनों हुई वित्त समिति की मीटिंग में ही ये फैसला लिया गया था। जिसको लेकर अब यूनिवर्सिटी में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। बता दे कि संस्कृत विभाग में कोर्स में चाहकर भी बजट के चलते एडमिशन न पाने वालों के लिए ये राहत भरी खबर है। अब स्टूडेंट्स को रेग्युलर फीस में ही संस्कृत विभाग के ये कोर्स करने को मिलेंगे। 36 हजार तक फीसबता दें कि पहले यूनिवर्सिटी में एमए संस्कृत ही रेग्युलर हुआ करता था। इसके अलावा एमए योगा, योगा डिप्लोमा, कर्मकांड व ज्योतिषाचार्य आदि कोर्स सेल्फ फाइनेंस हुआ करते थे। इनमें एमए योगा की फीस 36 हजार 300 रुपये पर ईयर, कर्मकांड की फीस 15 हजार रुपये डिप्लोमा कोर्स, ज्योतिषाचार्य की फीस 25 हजार रुपये डिप्लोमा कोर्स के हुआ करते थे। ये फीस तो यूनिवर्सिटी की है, इनके अलावा कुछ कॉलेजों में तो फीस और भी ज्यादा हुआ करती थी। फीस ज्यादा होने के चलते योग्य स्टूडेंट्स चाहकर भी संस्कृत के कोर्सेज में एडमिशन नहीं ले पाते थे। अब इन कोर्सेज की फीस अधिक से अधिक पांच हजार रुपये कर दी गई है।
सीटें भरना था मुश्किल पहले इन कोर्सेज में 20 सीटें हर कोर्स में होती थी। जिनमें बीते सालों में भरना भी मुश्किल हो जाता था क्योंकि स्टूडेंट्स फीस ज्यादा होने की वजह से कोर्सेज में एडमिशन नहीं ले पाते थे। मगर अब रजिस्ट्रेशन शुरू होने से पहले ही इंक्वायरी आने लगी हैं। जिससे संभावना है कि सीटें आराम से भरेंगी। टीचर्स के अनुसार अब संस्कृत के कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी। छात्रों को होगा फायदासीसीएसयू के संस्कृति विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। नरेंद्र पांडेय ने बताया कि छात्रों के लिए बहुत ही फायदे वाला फैसला है। पहले जहां कई जगह स्टूडेंट्स कॉलेजों में इन कोर्स के लिए 70 हजार रुपए तक भी देते थे। वहीं फीस ज्यादा होने के चलते योग्य स्टूडेंट्स इन कोर्सेज में एडमिशन हीं नहीं ले पाते थे। मगर अब फीस कम होने के कारण अभी से इंक्वायरी आने लगी हैं, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि सीटों की तुलना में अधिक डिमांड इन कोर्स की रहेगी।
इसका सीधा फायदा स्टूडेंट्स को होने जा रहा है। संस्कृत के कोर्सेज में अब हमारे जैसे संस्कृत प्रेमियों की एडमिशन की संख्या बढ़ेगी। अंजू मलिक, स्टूडेंट ये बहुत ही अच्छा फैसला लिया गया है। पहले योग्य होने के बावजूद फीस ज्यादा होने के चलते स्टूडेंट् कोर्सेज में एडमिशन नहीं ले पाते थे। प्रियंका, स्टूडेंट यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स के हित में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब कम फीस में भी स्टूडेंट्स संस्कृत के कोर्सेज को चुन अपना करियर बना सकेंगे। सोनाक्षी, स्टूडेंट यूपी में इतनी कम फीस कही नहीं है। इतने कम पैसों में एमए योग होगा, इसके अलावा कर्मकांड, ज्योतिष संस्कृत के अन्य डिप्लोमा कोर्स भी स्टूडेंट्स समान्य फीस पर कर सकेंगे। डॉ। वाचस्पति मिश्रा, एचओडी, संस्कृत, सीसीएसयू