समय पर नहीं मिल रहा स्टूडेंट्स को आरटीआई का जवाब
मेरठ (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी में ऐसे एक या दो मामले नहीं है बल्कि ऐसे काफी मामले हैं जिनमें स्टूडेंट्स को सालों से उनकी आरटीआई के जवाब नहीं मिल पाते हैं। वहीं अभी एक साल पहले रिजल्ट में बीएससी की काफी स्टूडेंट फेल हुए, उनको अब नियमों का हवाला देते हुए स्क्रूटनी डालने के लिए कहा गया था, इतना ही नहीं कुछ छात्रों को परीक्षा देने के बावजूद एब्सेंट तो काफी स्टूडेंट फेल थे। इसके बाद जब स्टूडेंट्स ने अटेंडेंस सीट लेकर यूनिवर्सिटी गए तो रिजल्ट में संशोधन करते हुए यूनिवर्सिटी ने एब्सेंट की जगह जीरो नंबर चढ़ा कर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की।
समय से नहीं मिला जवाब
छात्रों ने सूचना के अधिकार के तहत अपनी उत्तर पुस्तिकाओं को देखने के लिए आवेदन किया, लेकिन करीब दो महीने हो जाने के बाद भी यूनिवर्सिटी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई थी। इस तरह के काफी बीते एक साल में 100 से अधिक होंगे जिनमें आरटीआई का समय पर जवाब ही नहीं दिया गया।
ये था पहले नियम
सूचना अधिकारी को अधिकतम 30 दिन या कारण सहित 45 दिन में जानकारी उपलब्ध करानी होती है। यूनिवर्सिटी में सूचना का जवाब देने में आनाकानी की जाती है यह एक बड़ा सवाल है।
ऑनलाइन शिकायत भी करें
बीते तीन सालों में एडमिशन, एग्जाम फार्म ऑनलाइन भरने को आगे बढ़ाते हुए अब ऑनलाइन जवाब देने में भी लेकिन अब ऑनलाइन शिकायत और आरटीआई भी डाली जा सकती है।बस करना इतना है कि गूगल पर सीसीएसयू ऑनलाइन डालकर सर्च करना है। इसके बाद सीसीएसयू की वेबसाइट खुल जाएगी, जिस पर अलग-अलग चीजों के लिए अलग-अलग लिंक वहां दिखाई देंगे।वहां से लिंक को खोलकर ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है। जिसके लिए कोई पैसा भी नहीं लगता है। हालांकि इस ऑनलाइन प्रक्रिया को दो साल हो चुके हैं, लेकिन यहां भी स्टूडेंट्स को आरटीआई का जवाब नहीं मिल पाता है।
सीसीएसयू रैगिंग कंप्लेन सेल डॉट कॉम पर जाकर सीसीएसयू में रैगिंग कंप्लेन की जा सकती है -सीसीएसयू ऑनलाइन पर जाकर एडिमशन पर क्लिक करके ऑनलाइन एडमिशन रजिस्ट्रेशन कराए जा सकते हैं -सीसीएसयू कॉपी री-चेकिंग डॉट कॉम पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं आरटीआई ऑनलाइन डाले या ऑफलाइन समय पर जवाब नहीं मिल पाता है, जो कि गलत है इसमें यूनिवर्सिटी को सुधार की आवश्यकता है।
अंकित अधाना
यूनिवर्सिटी में अक्सर ऐसा ही होता है, मैनें कई बार आरटीआई डाली देरी से जवाब मिलता है या फिर जवाब अधूरा मिलता है।
विनीत चपराना
आशीष मलिक यूनिवर्सिटी में रिजल्ट व मार्कशीट में अक्सर दिक्कते आती रही हैं, यूनिवर्सिटी में अक्सर आरटीआई का जवाब समय पर नहीं मिलता है।
सूर्या प्रकाश जो आरटीआई के जवाब नहीं आए है उनको दिखवाया जाएगा, एक दो शिकायतें आई है जिनके जवाब में देरी हो गई, ऐसे स्टूडेंट्स अपनी शिकायतें अधिकारियों को जमा करें उनका सॉल्यूशन हाथों हाथ किया जा रहा है।
धीरेंद्र कुमार, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू केस1-
अरुण ने बीएससी में पेपर के दो सवाल गलत होने की आरटीआई चार साल पहले डाली थी। उसका जवाब अभी तक नहीं मिला है, जबकि इसको वो ऑनलाइन भी डाल चुका है, लेकिन उसको जवाब नहीं मिला है। केस-2
स्टूडेंट लीडर हनी शर्मा ने तीन साल पहले एक आरटीआई डाली थी। उत्तर पुस्तिका की रद्दी के घोटाले के संबंध में लेकिन उसका भी जवाब नहीं मिल पाया है।