2 साल से स्थानीय लोग कर रहे स्ट्रीट लाइट की मांग गणेशपुरी नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज वाली गली से लेकर जीबीआई पार्क तक लाइट्स नहीं


मेरठ ब्यूरो। शहर की सड़कों से लेकर मोहल्लों को रोशन करने का जिम्मा लेने के बाद भी नगर निगम शहर की गलियों से अंधेरा दूर नही कर पा रहा है। स्थिति यह है कि इस अंधेरे के कारण शाम होते ही शहर के विभिन्न मोहल्लों की गलियों में मनचलों और असमाजिक तत्वों का आतंक बढ़ जाता है। इस समस्या से शहर एक या दो मोहल्ले नही बल्कि दर्जनों मोहल्लों की सैकडों गलियों में रहने वाले हजारों लोग जूझ रहे हैं। बावजूद इसके नगर निगम इन मोहल्लों में लगाई गई स्ट्रीट लाइट को रोशन करने का प्रयास तक नही कर रहा है। दो साल से समस्या माधवपुरम से भूमिया पुल को जोडऩे वाली शहर की ऐसी एक प्रमुख खत्ता रोड पर यह समस्या पिछले करीब दो साल से बनी हुई है। स्थानीय नागरिक चांद मोहम्मद ने ट्वीटर के माध्यम से मुख्यमंत्री से लेकर प्रमुख सचिव और जिलाधिकारी को इस समस्या की जानकारी देते हुए समाधान की मांग की है। दो साल से अंधेरे में डूबी खत्ता रोड गौरतलब है कि भूमिया पुल लिसाड़ी रोड़ प्याऊ ( ट्यूबवेल तिराहा) से माधवपुरम ब्रह्मपुरी पुलिस चौकी तक खत्ता रोड़ के लोग पिछले साल से स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण मेन रोड समेत गलियों में अंधेरे की समस्या से जूझ रहे हैं। इस रोड पर नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज गणेशपुरी गली नंबर 2 मेन खत्ता रोड़ से जीबीआई पार्क मेन खत्ता रोड़ की दोनों साइड तक स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं और जो है वो खराब है। इस मेन रोड पर स्ट्रीट लाइट की खराब क्वालिटी व मार्ग के अधिक हिस्से पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण स्थानीय लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अंधेरे में बढ़ रहा अपराध यहां गणेशपुरी नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज वाली गली से लेकर जीबीआई पार्क तक यानी 1 किलोमीटर के दायरे में कम से कम 25 नई स्ट्रीट लाइटों की जरुरत है। स्थिति यह है कि यहां मेन रोड से गलियों तक में शाम होते ही अंधेरा हो जाता है। जिस कारण दिन अंधेरा होते ही महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं और चोरियां की घटना बढ़ रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार रात में कुछ असामाजिक तत्व सामाजिक सौहार्द बिगडऩे की घटनाओं को अंजाम देते हैं इतना ही नही राहगीरों के साथ मारपीट करते हैं जिस कारण से ये क्षेत्र रात में चलना असुरक्षित महसूस होता है। एलईडी के नाम पर सोडियम लाइट नगर निगम के वार्ड 90 स्थित शकूर नगर, खत्ता रोड, पीर वाली गली आदि मोहल्ले नगर निगम में शामिल होने के बाद भी स्ट्रीट लाइट जैसी बेसिक सुविधाओं से जूझ रहा है। यहां की अधिकतर गलियों में सालों पहले सोडियम स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी जिनमें से अधिक खराब हुए चार से पांच साल बीत चुके हैं। इससे अधिक लापरवाही की बात यह है कि सोडियम स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था को बदलने की प्रक्रिया को शुरु हुए तीन साल से अधिक समय बीत चुका है। लेकिन इन क्षेत्रों में आज भी सोडियम लाइट ही लगी हुई हैं वह भी खराब। स्ट्रीट लाइट व्यवस्था दुरस्त करने के लिए कंपनी के कर्मचारियों से लगातार बात चल रही है। जल्द इस क्षेत्र का सर्वे कराकर इस समस्या को दूर किया जाएगा। - प्रमोद कुमार, अपर नगरायुक्त स्ट्रीट लाइट के नाम पर लोगों के घरों के बाहर लगी लाइट ही काम करती है। बाहर रोड पर दुकानों के बाहर लगी लाइटें ही रोड पर रोशनी करती हैं। - अनीस शाम को अंधेरा होते ही मनचले छेड़छाड़ करते हैं। अंधेरे के कारण से क्षेत्र में अपराध बढ़ रहा है। - इमरान
आवारा कुत्तों की समस्या पहले से ही क्षेत्र में बनी हुई है अंधेरा होते ही कुत्ते और खंूखार हो जाते हैं। कई बच्चों को शिकार बना चुके हैं। - शरीफ स्ट्रीट लाइट के नाम पर पुरानी खराब लाइटें लगी हुईं जिनका बदला भी नही जा रहा है। सालों से ये लाइटें खराब हैं। - कासिम

Posted By: Inextlive