जिमों में स्टेरॉयड बेचा जा रहा है, मगर विभाग है कि कुछ जानता ही नहीं
मेरठ (ब्यूरो)। हाल ही में खैरनगर, कोतवाली और फिर कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के खड़ौली में नकली स्टेरॉयड की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। जिसके बाद खुलासा हुआ था कि ड्रग विभाग ने स्टेरॉयड की बिक्री के लिए एक भी लाइसेंस जारी नहीं किया है। तो ये सौ फीसदी सही है कि ज्यादातर मेडिकल स्टोर्स और फिटनेस सेंटर्स यानी जिम में स्टेराइड बिना लाइसेंस के नियमों को ताक पर रखकर बेचे जा रहे हैैं। बावजूद इसके कोई भी मेडिकल स्टोर या जिम ड्रग विभाग की रडार पर नहीं है। हालांकि नकली स्टेरॉयड की खेप पकड़े जाने के बाद से ड्रग विभाग ने फिटनेस सेंटर्स की रेंडम चेकिंग शुरू कर दी है।
एक हजार जिम
जानकारी के मुताबिक शहर में एक हजार तक छोड़े और बड़े जिम और चार हजार से ज्यादा मेडिकल स्टोर हैैं। जिनमें प्रोटीन या फूड सप्लीमेंट की आड़ में स्टेरॉयड बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं, शहर में करीब 100 स्टेरॉयड शॉप भी मौजूद हंै।
शॉप्स से जिम की साठगांठ
सभी स्टेरॉयड शॉप्स की जिम से सीधी साठगांठ होती है। जिम में आने वाले युवाओं को जल्द बॉडी बनाने या फिट रखने के नाम पर स्टेरॉयड के लिए प्रेरित किया जाता है। इसमें जिम संचालकों का कमीशन सेट होता है। छह हजार के स्टेरॉयड के डिब्बे पर 1500 रुपये जिम संचालक के होते हैैं। इस कमीशन का खेल स्टेरॉयड के कारोबार को तेजी से बढ़ा रहा है।
ड्रग विभाग के नियमों के अनुसार जिले में अगर कोई भी केमिस्ट बिना क्वालिफाइड डॉक्टर के पर्चे के स्टेरॉयड के प्रयोग की सलाह नहीं दे सकता है। वहीं अगर कोई मेडिकल स्टोर या फिटेनस सेंटर संचालक स्टेरॉयड बेचता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। एक नजर में फैक्ट्स
1000 से अधिक जिम का हो रहा संचालन। 120 से अधिक बड़े और मल्टीनेशनल जिम की ब्रांच हो रही संचालित।
15 से 18 हजार युवक-युवतियां एक्सरसाइज के लिए जाते हैैं जिम। 4000 से ज्यादा मेडिकल स्टोर हैैं शहर में। 100 स्टेरॉयड शॉप, जिनकी जिम से होती है सीधी साठगांठ। फूड या प्रोटीन सप्लीमेंट के नाम पर जिम में हो रही स्टेरॉयड की बिक्री।
2 साल पहले हापुड़ रोड पर पकड़ी गई थी नकली फूड सप्लीमेंट बनाने की फैक्ट्री। बीते दिनों खैरनगर और कंकरखेड़ा में नकली स्टेरॉयड की फैक्ट्री पकड़ी गई। लोकल स्टेरॉयड पर अमेरिका, रूस, बैंकाक की कंपनियों के रैपर लगाकर होती है बिक्री।
200 से 500 रुपये की लागत में स्टेरॉयड होता है तैयार।
6000 हजार तक में बेचा जाता है स्टेरॉयड। 20 लाख का कारोबार रोजाना होता है खैरनगर में स्टेरॉयड का। श्यामनगर, समर गार्डन, तारापुरी, खैरनगर और हापुड़ रोड जमनानगर में धड़ल्ले से हो रहा फूड सप्लीमेंट के नाम पर स्टेरॉयड बेचने का धंधा। बिना लाइसेंस स्टेरॉयड नहीं बेचा जा सकता है। फिटनेस सेंटर भी इस दायरे में आते हैं यदि वह स्टेराइड का व्यापार करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमारी टीम रेंडम चेकिंग कर रही है।पीयूष शर्मा, डीआई स्टेरॉयड केवल उन्हीं मरीजों के लिए है, जिनको डॉक्टर प्रिस्क्रिाइब करे। स्टेरॉयड बॉडी पर कई प्रकार के साइड इफ्ैक्ट छोड़ता है। अधिक प्रयोग से मल्टी आर्गन फेल्योर तक की समस्या हो सकती है।
डॉ। विश्वजीत बैंबी किसी भी बिगनर को या जिम मेंबर को बिना ट्रेनर की सलाह के कोई सप्लीमेंट नहीं लेना चाहिए। डायरेक्ट फूड सप्लीमेंट या स्टेरॉयड लेना ऐसा है, जैसे बिना डॉक्टर की सलाह के दवा लेना।
संचित गुप्ता, फिटनेस ट्रेनर