सर प्लीज...मुझे पास कर देना नहीं तो मेरी सगाई टूट जाएगी
मेरठ (ब्यूरो)। सर प्लीज मुझे पास कर देना, नहीं तो मेरी सगाई टूट जाएगीये किसी फिल्म के डॉयलॉग नहीं हैं बल्कि बोर्ड एग्जाम में पास होने के लिए परीक्षकों से लगाई गई गुहार है। दरअसल, यूपी बोर्ड के मूल्यांकन के दौरान ऐसी कॉपियां सामने आ रही हैं, जिनमें स्टूडेंट्स ने बोर्ड परीक्षकों से पास होने की गुहार लगाई है। इतना ही नहीं, यूपी बोर्ड के मूल्यांकन कार्य में जुटे परीक्षकों की मानें तो इस साल नंबरों की बौछार नहीं हो पाएगी। पासिंग परसेंटेज भी बेहद कम रहेगा।
खाली मिल रही कॉपियां
गौरतलब है कि बीते 23 अप्रैल को जिले में पांच केंद्रों पर शुरू हुआ यूपी बोर्ड के मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ था। मूल्यांकन में जुटे परीक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा नकल पर नकेल कसने लिए जो इंतजाम किए गए थे, उनका असर मूल्यांकन में साफ दिख रहा है। परीक्षकों ने बताया कि ऐसी कॉपियां सामने आ रही हैं, जो या तो खाली हैं या कुछ पर केवल क्वेश्चन ही उतारा दिया गया है। इलाहबाद की कॉपियों में सबसे ज्यादा कॉपियां ऐसी ही हैं।
मिल रही पर्चियां भी
हर साल की तरह इस साल भी यूपी बोर्ड के मूल्यांकन में कॉपियों से निकलने वाली पर्चियों का सिलसिला जारी है। इन पर्चियों में कुछ स्टूडेंट्स पास होने की गुहार लगा रहे हैं। इतना ही नहीं, मूल्यांकन के दौरान मिल रही कॉपियों में किसी स्टूडेंट ने सगाई तो किसी ने शादी की दुहाई देते हुए पास कर देने की गुहार वाली पर्चियां भी रखी हैं। एक स्टूडेंट ने पर्ची में लिखा है कि सगाई और शादी की तैयारियों के चलते परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाई। इसलिए आपसे गुहार है कि अपना समझकर मुझे अच्छे नंबर से पास कर देना। मैं गांव की लड़की हूं, सगाई टूटी तो घरवालों की बहुत बेइज्जती होगी।
मूल्यांकन के दौरान राम सहाय इंटर कॉलेज में समाज शास्त्र विषय की कॉपियों के मूल्यांकन कर रहे परीक्षक के सामने एक ही रोल नंबर की दो कॉपियां आई। परीक्षक का कहना है कि यह कापियां लखनऊ मंडल की हैं। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि परीक्षा में सेंघ लगाने का काम किया गया है। वहीं, केके इंटर कॉलेज में भी मूल्यांकन के दौरान एक कॉपी के पेज ही गायब मिले।
वेतन काटने की तैयारी
यूपी बोर्ड द्वारा टीचर्स की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगाई गई थी। मगर बहुत से टीचर्स ऐसे हैं, जो मूल्यांकन में शामिल नहीं हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में बोर्ड के अधिकारियों ने मूल्यांकन से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का वेतन काटने की तैयारी कर ली है। सूत्रों की मानें तो सभी प्रिंसिपल को निर्देशित भी कर दिया गया है कि वह मूल्यांकन में लगे शिक्षकों को कार्यमुक्त कर दें। साथ ही ऐसे टीचर्स की लिस्ट बनाकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा कर दें जो मूल्यांकन से गायब हैं। मूल्यांकन से गायब रहने वाले अलग-अलग स्कूलों के 15 शिक्षकों के बारे में स्कूलों से जवाब मांगा गया है, ताकि संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई की जा सके। डीआईओएस गिरजेश कुमार ने बताया कि जो शिक्षक मूल्यांकन में नहीं पहुंच रहे हैं उन पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी।
मूल्यांकन के दौरान परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल ले जाने समेत केंद्र पर मीडिया या किसी बाहरी व्यक्ति की एंट्री पर शासन की ओर से रोक लगाई गई हैं। बावजूद इसके कुछ केंद्रों पर निर्देशों का पालन नहीं करने पर परीक्षकों के मोबाइल जब्त किए गए।