श्री वेंक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी एवं महिला कल्याण विभाग यूपी की ओर से आयोजित हुआ वीरांगना सम्मान समारोह कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 42 महिलाओं को सम्मानित किया गया।

मेरठ (ब्यूरो)। श्री वेंक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी और महिला कल्याण विभाग यूपी की ओर से काकोरी शताब्दी वर्ष की 100वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस दौरान रानी लक्ष्मीबाई के जन्मशताब्दी वर्ष पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली करीब 42 महिलाओं को वीरांगना सम्मान से नवाजा गया। उन्हें शाल, स्मृति चिह्न, पटका एवं पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान वेंक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी के संस्थापक डॉ। सुधीर गिरि ने कहा कि सनातन संस्कृति में वीरांगनाओं का सम्मान अनादि काल से होता आया है। आज हम वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जन्मशताब्दी वर्ष मना रहे हैं। वेंक्टेश्वरा वीरागंना सम्मान के तहत हम विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया है।

कई रूपों में नारी की पूजा
प्रतिकुलाधिपति डॉ। राजीव त्यागी ने कहा कि मातृशक्ति को सम्मानित करना वेंक्टेश्वरा परिवार के लिए गौरव की बात है। हम अनादि काल से नारी को शक्ति, करुणा, विद्या और धनलक्ष्मी के रूप में पूजते रहे हैं। प्रधान सलाहकार प्रो। वीपीएस अरोड़ा, कुलपति प्रो। कृष्ण कान्त दवे, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ। मधु चतुर्वेदी, समूह सलाहकार आरएस शर्मा ने भी सम्बोधित किया।

इन्हें मिला सम्मान
कार्यक्रम में डॉ। मधु चतुर्वेदी, डॉ। सुमेधा दीदी, डॉ। शालिनी सिंह, डॉ। एना ब्राउन, करूणानिधि, ममता दुबे, रीना जोशी समेत अलग-अलग क्षेत्रों की 42 महिलाओं को वेंक्टेश्वरा वीरागंना सम्मान से नवाजा गया। इस मौके पर कुलसचिव डॉ। पीयूष पांडेय, डॉ। राजेश सिंह मेरठ परिसर से निदेशक डॉ। प्रताप सिंह एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि रहे।

Posted By: Inextlive