आरक्षण नहीं तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
- आरक्षण को लेकर आरपार की लड़ाई के मूड में जाट
- आरक्षण की चिंगारी पहुंच सकती है मेरठ Meerut । आरक्षण को लेकर इस बार जाट आरपार की लड़ाई मूड में है। जाटों ने ऐलान कर दिया है यदि विधानसभा चुनाव से पहले आरक्षण नहीं दिया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। केंद्र सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए जाट आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वेस्ट यूपी में भड़केगी चिंगारी जाट नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार जाटों के साथ धोखा कर रही है। वादा खिलाफी ज्यादा दिन नहीं चलने वाली। यदि आरक्षण की मांग को पूरा नहीं किया गया तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट सड़कों पर उतरेंगे। यातायात व पानी कर देंगे बंदपिछली साल की तरह इस बार भी ट्रेन, बस आदि को रोक देने की चेतावनी दी है। पूरे प्रदेश व दिल्ली में पानी को रोक देने का ऐलान किया है। बीते साल आरक्षण को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाटों ने आंदोलन किया था। केंद्र सरकार के वादे के बाद आंदोलन को खत्म किया गया था।
केंद्र सरकार ने किस आधार पर आरक्षण को खत्म किया। सरकार ने आरक्षण देने की वादा किया था। लेकिन अभी तक उसको पूरा नहीं किया है।
डॉ। राजकुमार सांगवान, वेस्ट यूपी संगठन मंत्री रालोद केंद्र सरकार धोखा दे रही है। जाटों को सड़क पर उतरने पर मजबूर न करे सरकार। यदि जाट भड़क गए तो उनको रोक पाना इस बार मुश्किल हो जाएगा। कल्याण सिंह, जिला अध्यक्ष जाट महासभा ---- प्रशासन ने कसी कमर आरक्षण को लेकर हरियाणा में फिर से भड़की जाट आंदोलन की चिंगारी की तपिश मेरठ में देखी जा रही है। जिला प्रशासन ने भी आंदोलन को देखते हुए तैयारियां पूरी कर ली है। मेरठ में धारा 144 को दोहराते हुए सिटी मजिस्ट्रेट केशव कुमार ने कहा कि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस और प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। आने-जाने वालों के लिए एडवाइजरी जारी की जा रही है कि वे स्थिति की पड़ताल कर ही उस ओर कूच करें।