समय से पहुंचे ऑफिस और स्कूल वरना एक्शन के लिए रहें तैयार
मेरठ (ब्यूरो). जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अब कार्यालय से लेकर परिषदीय विद्यालयों तक में अब सख्ती शुरू कर दी है। बीते दो दिनों में देरी से कार्यालय पहुंचने पर चार राजकीय लिपिकों को गैरहाजिर कर दिया गया। इसके पीछे बीएसए ने नियमों का हवाला दिया है, लेकिन गैरहाजिर करने से पहले किसी भी लिपिक को नोटिस भी नहीं दिया गया। यही नहीं अब स्कूलों में भी अगर ऐसी लापरवाही देखने को मिलती है तो संबंधित पर भी कार्रवाई की जाएगी।
चार लिपिक गैरहाजिर
दरअसल, शनिवार को जब बीएसए ने सभी कर्मचारियों की हाजिरी का रजिस्टर मंगवाया तो उन्होंने बीते दो दिनों का रिकॉर्ड देखा। जिसमें सामने आया कि चार लिपिक दो से पांच मिनट देरी से कार्यालय आ रहे थे। जिसके बाद जिला बेसिक अधिकारी ने उन्हें गैरहाजिर कर दिया। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि चारों लिपिक समय पर उपस्थिति दर्ज नहीं कर पाए। बीएसए ने दस बजकर पांच मिनट पर हाजिरी का रजिस्ट्रर मंगवाया था। जिसमें इन चारों को मार्क कर एक दिन के लिए गैरहाजिर कर दिया गया। मामले में बीएसए से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इसे लापरवाही का मामला बताया।
नहीं दिया गया नोटिस
बताया जा रहा है कि जिन चार लिपिक की गैरहाजिरी लगाई गई, वह अनुपस्थिति लगने के बाद दो लिपिक छुट्टी पर चले गए हैं। उनका कहना है कि गैरहाजिरी लगाने से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया। जो नियम के खिलाफ है।
एक बाबू किसी कार्यालय में तीन साल से अधिक समय तक बने नहीं रह सकते हैं। साथ ही एक ही पटल पर एक साल से अधिक तक बने रहने का भी प्रावधान नहीं है। मगर विभाग में कई बाबू ऐसे हैं जो कई सालों से नियमों के विपरीत ड्यूटी पर बने हुए हैं। जारी किया नोटिस
बीएसए योगेंद्र यादव ने बताया कि उनके द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि कोई भी कर्मचारी सुबह दस बजकर पांच मिनट तक अपनी उपस्थिति दर्ज कर दें। इसके बाद रजिस्टर की फोटो अपने अधिकारी को भेजनी होगी। साथ ही कार्यालय का समय से खुलना, आने वाले फरियादियों की समस्याएं सुनना व दुर्बल आय वर्ग के परिवारों के बच्चों की स्कूलों में एडमिशन को लेकर मिलने वाली शिकायतें का निस्तारण भी समय पर किया जाए।
स्कूलों में भी सख्ती
बीएसए योगेंद्र ने सभी स्कूलों के लिए भी समय का नियम बना दिया है। स्कूलों में बीएसए द्वारा किसी भी दिन कहीं भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है। उस दौरान अगर कोई शिक्षक समय से उपस्थित नहीं मिला तो उसकी गैरहाजिरी लगाई जाएगी।
कर्मचारियों के लिए समय से कार्यालय आने का नियम बना दिया गया है। वहीं स्कूलों में भी टीचर्स को समय से पहुंचना होगा। इसकी जांच औचक निरीक्षण में की जाएगी। नियम टूटने पर संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
योगेंद्र यादव, बीएसए