डेयरियों पर चलेगा पीवीवीएनएल का डंडा
- घरेलू कनेक्शन का कमर्शियल यूज करने वालों पर कार्रवाई
- अवैध रूप से सबमर्सिबल चलाने की शिकायत पर कार्रवाई तय Meerut। शहर में गंदगी घोल रही पशु डेयरियों पर अब नगर निगम नहीं, बल्कि पीवीवीएनएल अंकुश लगाएगा। इसके लिए पीवीवीएनएल ने निगम से शहर में रजिस्टर्ड पशु डेयरियों की सूची मांगी है। पीवीवीएनएल यहां छापेमारी कर बिजली चोरी पर कार्रवाई करेगा.इसके साथ ही उनके लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश करेगा। क्या है मामला शहर में इस समय 1705 डेयरियां हैं। ये वो डेयरियां हैं जो नगर निगम में रजिस्टर्ड हैं। जबकि शहर में 2000 से अधिक डेयरियां अवैध रूप से चल रही हैं। इन डेयरियों से रोजाना निकलने वाला सैकड़ों टन गोबर पानी के माध्यम से नालियों में बहा दिया जाता है। नालियों में पड़ने वाला यह गोबर सीवेज और नालियों को चोक कर देता है। 800 मीट्रिक टन गोबरशहर स्थित इन डेयरियों में 30 हजार से अधिक पशु मौजूद हैं। शहर में 70 फीसदी गंदगी इन डेयरी की देन है। डेयरी संचालकों की माने तो शहर से रोजाना 800 मीट्रिक टन गोबर निकलता है। यही गोबर नालों और नालियों में बहकर उनको चोक कर देता है।
पीवीवीएनएल चलाएगा अभियानआरोप है कि इन डेयरियों में विभाग की ओर से घरेलू कनेक्शन दिए गए हैं, जबकि डेयरी संचालक पशुओं की साफ-सफाई और गोबर बहाने के लिए सबमसिर्बल को इस्तेमाल करते हैं।
बिजली चोरों के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है। इसके साथ ही पशु डेयरियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। इसके लिए नगर निगम से डेयरियों की लिस्ट मांगी गई है। चोरी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। -आरके राणा, एसई अर्बन मेरठ अभियान बहुत पर नतीजा सिफर नगर निगम डेयरियों को लेकर कई बार अभियान चला चुका है। जनवरी माह में नाली में गोबर बहाने पर नगर निगम ने 350 डेयरियों को नोटिस भी जारी किया था। लेकिन वह नोटिस केवल कागजों में ही सिमट कर रह गया। एक दूसरे पर टाल रहे विभाग वहीं दूसरी तरफ डेयरियों को बाहर ले जाने को लेकर नगर निगम और एमडीए एक दूसरे के पाले में गेंद फेंक रहे हैं। नगर निगम एमडीए द्वारा जमीन देने की बात कह रहा तो वहीं एमडीए नगर निगम द्वारा जमीन देने की बात कह रहा है।डेयरियों पर नाली में गोबर बहाने व पशु रखने पर शुल्क वसूलने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। पशु की संख्या के हिसाब से डेयरियों को शुल्क वसूला जाएगा। प्रस्ताव पारित हो गया है। जल्द ही शुल्क वसूलने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
डॉ। कुंवर सेन नगर स्वास्थ्य अधिकारी