आपके कारतूस पर पुलिस की नजर
कारतूसों का डाटा तैयार कर रही पुलिस, रहेगी नजर
कारतूसों का रिकार्ड रखेगी थाने की पुलिस, फोन करके ली जा रही जानकारी 15 हजार लाइसेंस जारी किए हैं मेरठ में 8 हजार शहर और 7 हजार देहात में बनाए गए शस्त्र लाइसेंस Meerut। शस्त्र लाइसेंस धारक अपने कारतूसों का मिस यूज तो नहीं कर रहे है। इस पर अब आपके थाने की पुलिस की नजर रहेगी। जी हां थानों से कॉल करके कारतूसों की संख्या और उनका कहां इस्तेमाल किया है। इस बारे में जानकारी की जा रही है। इसके बाद जो भी डिटेल लाइसेंस धारक द्वारा दी जा रही है, उसको जहां से कारतूस खरीदे है वहां से जानकारी करके जांच की जाएगी। रजिस्टर हो रहा मेंनटेनएसपी सिटी विनीत भटनागर ने बताया कि लाइसेंस धारकों के कारतूसों का डाटा तैयार किया जा रहा है। लाइसेंस का कोई मिस यूज तो नहीं कर रहा है, इसलिए इन कारतूसों के बारे में जानकारी की जा रही है। पूरा रजिस्टर मेन-टेन किया जा रहा है। जहां से कारतूस खरीदे गए है, उन दुकान से भी वैरीफाई किया जाएगा कि लाइसेंस धारक ने कितने कारतूस लिए है, उनका मिस यूज तो नहीं हो रहा है।
रोकेंगे हर्ष फायरिंगइसके पीछे वजह यह है कि कारतूस का इस्तेमाल किसी घटना या फिर हर्ष फायरिंग में तो नहीं किया जा रहा है। इसका पूरा डाटा मेन-टेन किया जा रहा है। शहर में क्राइम की घटनाओं को रोकने और हर्ष फायरिंग पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है।
न हो गलत इस्तेमाल मेरठ में शस्त्र लाइसेंस धारक साल में मिलने वाले कारतूसों का गलत इस्तेमाल न करें, इसको लेकर डाटा तैयार किया जा रहा है। सभी लाइसेंस धारकों का डाटा शस्त्र अनुभाग से थानेदारों को भेज दिया गया है। थाने में मुंशी बैठकर एक-एक को कॉल करके उनके कारतूसों के बारें में जानकारी कर रहे है। तैयार हो रहा डाटा कारतूस का गलत इस्तेमाल न हो इसलिए थाने में कारतूस कितने लिए, कितने कहां इस्तेमाल हुए उसका डाटा तैयार किया जा रहा है। जो भी डाटा पुलिसकर्मियों को मुहैया नहीं कराएगा उसके खिलाफ नवीनीकरण की कार्रवाई पर रोक लगा दी जाएगी। मेरठ में है 15 हजार लाइसेंसमेरठ में पंद्रह हजार लाइसेंस है, जिसमें आठ हजार शहर और सात हजार देहात के लाइसेंस लोगों के बने हुए है। सभी के लाइसेंसों का डाटा शस्त्र अनुभाग से सभी थानेदारों को भेज दिया गया है, जहां से कारतूसों के बारे में जानकारी रखी जा रही है।