रिश्तेदारों की कुंडली बताएगी खट्टा की लोकेशन
- चार राज्यों की पुलिस उसे पकड़ने में हो चुकी है फेल
- खट्टा को पकड़ने वाले कम और बचाने वाले ज्यादा हैं - अब उसके रिश्तेदारों की कुंडली खंगालने में लगी पुलिस Meerut: आखिर उसमें ऐसा क्या है कि चार राज्यों की पुलिस भी उसे पकड़ नहीं पा रही है? वो बार-बार पुलिस के हाथों से फिसलकर फरार हो जाता है। बात खट्टा गैंग के सरगना राहुल खट्टा की है। तमाम घेराबंदी के बावजूद वो अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। मानना पड़ेगा कि पुलिस की जितनी पॉवर खट्टा को पकड़ने में लगी है, उससे कहीं ज्यादा लोग उसे बचाने पर तुले हैं। इनमें कई पुलिस वाले भी शामिल हैं। अब डीजीपी ने राहुल के रिश्तेदारों पर निगाह रखने के निर्देश दिए हैं। कौन है राहुल खट्टामूल रूप से बागपत जिले के खट्टा प्रहलादपुर गांव का रहने वाला राहुल खट्टा बहुत शातिर बदमाश है। राहुल के पिता कृष्ण, भाई राजू, बहन आशा है। राहुल के पिता और भाई भी शातिर अपराधी हैं, जो सलाखों के पीछे सजा काट रहे हैं, लेकिन शातिर राहुल खट्टा पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा है। कृष्ण रंगदारी और लूट की साजिश में जेल जा चुके हैं। जबकि भाई लूट और डकैती जैसे संगीन अपराधों में सजा काट रहा है। वर्तमान में ख्7 साल का राहुल की बहन आशा है, जिसकी शादी बुढ़ाना में हुई है। सोलह साल की उम्र से ही राहुल ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। सबसे पहले राहुल ने बागपत में मुखबिर का मर्डर किया था। राहुल ने मुखबिर करने वाले हनीफ की हत्या से अपराध जगत में कदम रखा। इसके बाद पूर्व प्रधान महेंद्र सिंह की हत्या भी पुलिस कस्टडी में की थी।
परिवार का मिला साथ हर मां बाप की इच्छा होती है कि उसका बेटा बड़ा होकर कामयाब बने, दुनिया में नाम रोशन कर कामयाबी की सीढि़यों पर चढ़ता जाए। कुछ परिवार ऐसे भी हैं वह अपने बेटे को सुधारने की बजाय बिगाड़ने में पूरा साथ देते हैं। जिसका एक उदाहरण राहुल खट्टा भी है। राहुल खट्टा को बिगाड़ने में उसका पिता ने पूरा साथ दिया, जिसकी वजह रही कि खट्टा को परिवार का साथ मिला और वह दिन-प्रतिदिन कुख्यात बदमाश बनता गया। खुद भी क्राइम की दुनिया में बेटे के साथ राहुल का पिता लग गया। चार राज्यों की पुलिस फेलराहुल खट्टा को केवल यूपी पुलिस ही तलाश नहीं कर रही है बल्कि चार राज्यों की पुलिस पकड़ने में लगी हुई है। लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी है। दो लाख के इनामी राहुल खट्टा पर यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड राज्यों में मिलाकर ब्भ् के करीब मुकदमे हैं। यह सभी मुकदमें हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी समेत तमाम मुकदमों में राहुल वांछित चल रहा है। कई बार तो राहुल खट्टा यूपी पुलिस के हाथों से फिसल कर फरार हो चुका है। राहुल खट्टा गैंग के करीब ख्भ् सदस्य सलाखों के पीछे अपने कर्मो की सजा काट रहे हैं। जबकि तीस के करीब सदस्य खट्टा के साथ फरार हैं और वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
आधुनिक हथियारों से लैस राहुल खट्टा बहुत शातिर किस्म का अपराधी है। राहुल आधुनिक हथियारों से लैस है। बताया जा रहा है कि राहुल जिस ठिकाने पर रहता है, उस जगह को हथियारों से लैस करके रखता है। जब अपने ठिकाने से निकलता है तो आधी कार हथियारों से भरी हुई होती है। खट्टा के पास एके ब्7, काबाईन, हर्ड ग्रैनेड, पंद्रह के करीब आधुनिक पिस्टल, रिवाल्वर है, जो वारदात करने के लिए लेकर निकलता है। राहुल खट्टा घटना को अंजाम देने के लिए पुलिस की वर्दी या फिर काले कपड़ों में निकलता है। तैयार की जा रही है कुंडलीराहुल खट्टा काफी समय से पुलिस की पकड़ से बाहर है। ऐसे में वह किसकी शरण में फरारी काट रहा है। इसका सुराग लगा पाने में चार राज्यों की पुलिस फेल हो चुकी है। कहीं न कहीं रिश्तेदारों की शरण में तो खट्टा नहीं है। ऐसे में पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। खट्टा के रिश्तेदारों की कुंडली तैयार की जा रही है। कुंडली तैयार करने के बाद खट्टा की घेराबंदी करने का काम पुलिस प्रशासन द्वारा किया जाएगा।
राहुल की दो गर्ल फ्रेंड पुलिस की मानें तो राहुल की एक नहीं, दो गर्लफ्रेंड हैं। बताया जा रहा है कि राहुल की एक प्रेमिका सरधना में रहती है तो दूसरी मुजफ्फरनगर में। पुलिस इन प्रेमिका के माध्यम से भी राहुल तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। एसटीएफ टीम ने प्रेमिका के घर दबिश भी दी है, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। -------------- क्यों नहीं पकड़ में आ रहा खट्टा ----------------- बिरादरी दे रही है साथराहुल खट्टा को पकड़ने में पुलिस के घर के भेदी लंका ढाए की कहावत सटीक बैठ रही है। राहुल खट्टा ठाकुर है, ऐसे में यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड पुलिस में जो भी ठाकुर पुलिस कर्मी या बडे़ पदों पर बैठे अधिकारी हैं। वह खट्टा का पूरा साथ दे रहे हैं। जहां भी खट्टा को पकड़ने के लिए दबिश दी जाती है। वह वहां से पहले ही फरार हो जाता है।
तोड़कर फेंक देता है सिम खट्टा बहुत शातिर दिमाग का है। खट्टा फरारी काटने के लिए सारे काम कर रहा है। जब भी किसी का खट्टा अपहरण करता है या फिर रंगदारी मांगता है तो बार-बार नंबर बदल देता है। ऐसे में पुलिस की सर्विलांस टीम के सामने यह भी दिक्कत सामने आ रही है। बेहतर भौगोलिक ज्ञान राहुल को पकड़ने के लिए सबसे बड़ी मुसीबत पुलिस के सामने यह है कि जितना मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, नोएडा, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के भौगोलिक एरिया की जानकारी राहुल के पास है। इतनी जानकारी तो यहां की क्षेत्रीय पुलिस के पास भी नहीं है। नई कार की सवारी राहुल खट्टा हर घटना को अंजाम देने के लिए नई गाड़ी से निकलता है। खासतौर से डस्टर या फिर फॉरचूनर कार में बैठकर राहुल खट्टा वारदात को अंजाम देता है। सबसे बड़ी बात यह है कि जब भी राहुल वारदात को अंजाम देने के लिए निकलता है तो वह कार में नीली या फिर लाल बत्ती लगाकर निकलता है। पुलिस कर्मी सोचते हैं कि कोई अधिकारी या फिर मंत्री जा रहा है। जिसके चलते राहुल की कार पुलिस नहीं रोकती थी। अब पुलिस को यह भी खट्टा का लीक प्वाइंट मिल गया है। आगे रहते हैं गुर्गे राहुल खट्टा के यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड पुलिस ने फोटो चस्पा किए हुए हैं। ऐसे में राहुल खट्टा की पहचान होने लगी है। तो राहुल खट्टा खुद बैक फुट पर और अपने गुर्गो को आगे रखता है। किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए वह अपने गुर्गो से पहले पूरी प्लानिंग कराता है। मौके पर गुर्गो को भेजकर घटना करने का ब्लू प्रिंट तैयार करा लेता है। ऐसे में राहुल खट्टा केवल घटना करने के लिए ही निकलता है, खट्टा के बाहर नहीं घूमने से भी पुलिस को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन्होंने कहा राहुल खट्टा को पकड़ने के लिए हमारी टीम जुटी हुई है। राहुल खट्टा के रिश्तेदारों की कुंडली तैयार की जा रही है। जल्द ही राहुल को पकड़ने में सफलता हासिल होगी। -रमित शर्मा डीआईजी, मेरठ रेंज मुजरिम को पहचानें नाम : राहुल खट्टा उम्र : ख्7 साल वासी : गांव प्रहलादपुर, जिला बागपत पसंदीदा पहनावा : काले कपड़े या पुलिस की वर्दी आपराधिक जीवन : क्क् साल पहला क्राइम : क्म् साल की उम्र में मुखबिर हनीफ की बागपत में हत्या की। कुल अपराध : यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी के करीब ब्भ् मुकदमें - गैंग के कुल सदस्यों की संख्या भ्भ् - ख्भ् सदस्य सलाखों के पीछे, फ्0 सदस्य अभी भी फरार - गैंग के पास कारबाइन, एके ब्7, पिस्टल, रिवाल्वर जैसे अत्याधुनिक अपराध -पिता कृष्ण और भाई राजू भी शातिर अपराधी, जेल में काट रहे सजा