लव-जिहाद से 15 साल में चार युवतियों को फंसाया
अब्दुल ने विक्की के नाम से ड्राइविंग लाइसेंस और अनिल सैनी के नाम से आधार कार्ड बनवाया
सदर बाजार निवासी महिला को सच्चाई का पता लगाने पर दर्ज कराया गया मुकदमा Meerut। बुलंदशहर के सिकंदराबाद का अब्दुल सलाम के मंसूबे बड़े ही खतरनाक हैं। उसने पंद्रह साल में चार युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर शादी कर ली। हिंदू नाम रखकर युवतियों को फंसा लेता था। शादी के बाद युवतियों के साथ मतांतरण का प्रयास भी कर चुका है। अब्दुल की सच्चाई सामने आने पर युवती ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पड़ताल की। जांच में सामने आया कि अब्दुल ने ड्राइविंग लाइसेंस विक्की के नाम से जारी कराया है, जबकि आधार कार्ड पर अनिल सैनी नाम है। पिंकी ने किया राजफाशसदर बाजार थाना क्षेत्र निवासी महिला की शादी दस साल पहले हुई थी। महिला पति से अलग रहकर काम कर रही थी। महिला के घर की बिजली सही करने के लिए अनिल सैनी गया था। तभी से महिला का मोबाइल नंबर अनिल ने ले लिया। महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ घर में दुष्कर्म किया। अनिल सैनी की पहली पत्नी सदर बाजार में उक्त महिला के घर पर पहुंच गई। उसने अब्दुल कलाम से अनिल सैनी बने आरोपी का राजफाश किया।
12 साल की बेटी पीडि़ता को आरोपी से 12 साल की एक बेटी भी है। उसने बताया कि 15 साल पहले अब्दुल कलाम बुलंदशहर से मेरठ आया था। उसके बाद बिजली मिस्त्री का काम करना शुरू कर दिया। यहां पर उसने अपना नाम अनिल सैनी रख लिया। उसके पिंकी को मतांतरण कराने का दबाव बना रहा था, जिस पर दोनों ने विवाद हो गया। उसके बाद मुरादाबाद की दो युवतियों को भी प्रेमजाल में फंसाकर मतांतरण का प्रयास कर चुका है। पुलिस ने महिला की तरफ से मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अनिल नाम से आधार कार्ड इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा ने बताया कि आरोपी ने विक्की पुत्र भूरे लाल के नाम से ड्राइविंग लाइसेंस आरटीओ से जारी कराया है, जबकि आधार कार्ड अनिल सैनी के नाम से बनवा रखा है। आरोपी अब्दुल कलाम लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने के लिए हिंदू नाम रख लेता था। उसके बाद शादी करने के बाद छोड़ देता था। सवाल है कि आरटीओ से ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड कैसे तैयार हो गए है। पुलिस ने एक रिपोर्ट आरटीओ में भेजकर जवाब मांगा है।अब्दुल कलाम बड़ा ही शातिर अपराधी है। टीम बनाकर उसकी पूरी पड़ताल की जा रही है, कई हिंदू नाम से अब्दुल ने आईडी बना रखी थी। देखा जा रहा है कि अब्दुल उक्त आईडी का प्रयोग अन्य अपराध में तो नहीं करता था। अब्दुल के अन्य लोगों के कनेक्शन भी तलाशे जा रहे हैं।
प्रभाकर चौधरी, एसएसपी