इंटरनेशनल नर्सेस डे के अवसर पर न्यूटीमा अस्पताल में बेसिक निओनेटल रिसकिटेशन वर्कशॉप आयोजित हुई।


मेरठ ब्यूरो। इंटरनेशनल नर्सेस डे के अवसर पर न्यूटीमा अस्पताल में बेसिक निओनेटल रिसकिटेशन वर्कशॉप आयोजित हुई। इसकी थीम अवर नर्सेस, अवर फ्यूचर रही। वर्कशॉप में नर्सेस को सिखाया गया के जन्म के ठीक बाद नवजात शिशु की देखभाल कैसे करें। अवर नर्सेस, अवर फ्यूचरइंटरनेशनल नर्सेस डे 2023 के थीम अवर नर्सेस, अवर फ्यूचर के आधार पर यह वर्कशॉप इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स और नेशनल नीयोनाटोलॉजी फोरम इंडिया के संयोजन से आयोजित की गई। कार्यक्रम में चीफ गेस्ट डॉ। पी पी एस चौहान (प्रेसिडेंट आई।ए।पी।) और डॉ। शरद जैन (सेक्रेटरी आई ए पी)का स्वागत न्यूटीमा अस्पताल के डायरेक्टर एंड एचओडी पीडियाट्रिक्स डॉ। अमित उपाध्याय ने किया। नर्सों को प्रोत्साहित किया
डॉ। पी पी एस चौहान और डॉ। शरद जैन ने नर्सों को प्रोत्साहित करते और उनके चिकित्सा क्षेत्र में दिए गए योगदान की सराहना करते हुए बताया की नर्सेज किसी भी चिकित्सा क्षेत्र की बैक बोन की तरह हैं। बिना नर्स के कोई भी चिकित्सालय अकल्पनीय है। नर्स ही मरीज़ के इलाज में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण किरदार हैं। डॉ। अमित उपाध्याय के अनुसार आज के समय में बेहद ज़रूरी है के हम अपने नर्सेस का सशक्तिकरण एवं विकास करें। वर्कशॉप में नर्सेस को सिखाया गया के जन्म के ठीक बाद नवजात शिशु की देखभाल कैसे करें और यदि बच्चा सांस नहीं ले पा रहा है उस परिस्थिति में नर्स क्या करे। इसके अलावा निओनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट में सर्वोत्तम प्रैक्टिसेस के बारे में प्रशिक्षित किया गया।

Posted By: Inextlive