अब अनु और प्रियंका पर टिकी निगाहें
आज टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में अनु का है मुकाबला
छह अगस्त को रेस वॉक में प्रियंका गोस्वामी भरेंगी दम Meerut। टोक्यो ओलंपिक में अभी भारत समेत मेरठ की उम्मीदें परवान चढ़नी बाकी हैं। मेरठ की भाला फेंक एथलीट अनु कुमारी और रेस वॉक में एथलीट प्रियंका गोस्वामी के मुकाबले अभी बाकी हैं। आज अनु कुमारी के मैच को लेकर खिलाडि़यों में खासा उत्साह है। कोच व एथलेटिक्स संघ वालों का भी यही कहना है कि ओलंपिक में खिलाडि़यों को देखकर बाकी खिलाडि़यों का उत्साह चरम पर है। अनु से उम्मीदेंटोक्यो ओलंपिक में आज शाम को साढ़े पांच बजे भाला फेंक में अनु रानी का मैच होगा। इस मैच में अनु पदक लेकर लौटे इस बाबत मेरठ के खिलाडि़यों व कोच सभी की उम्मीदें जगी हुई हैं। इसी उम्मीद के चलते एथलेटिक्स संघ इस मैच के टेलीकॉस्ट को देखने के लिए स्टेडियम में इंतजाम करने में जुटा है।
मेडल लेकर आऊंगीरेस वॉक में प्रियंका गोस्वामी का मुकाबला छह अगस्त को है। प्रियंका के कोच गौरव त्यागी ने बताया कि कमलप्रीत का खेल देखने के बाद प्रियंका को मोटिवेट करने के लिए फोन किया था। जिस पर प्रियंका ने कहा कि आप चिंता न करें, मैं दबाव में नहीं खेलूंगी। अपना बेस्ट देकर मेडल लेकर ही आऊंगी।
इनका है कहना अच्छा लगता है कि मेरठ के खिलाड़ी ओलंपिक में दम भर रहे हैं। ऐसा लगता है कि हम ही खेल रहे हैं। अनु और प्रियंका से बेहद उम्मीदें हैं। प्रफुल्ल त्यागी, प्लेयर ओलंपिक में मेरठ के खिलाडि़यों के खेलते देख जो जज्बा जगता है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। एक दिन हम भी उस मुकाम पर होंगे। विवेक, प्लेयर ओलंपिक की स्टेज पर खिलाडि़यों को देख अच्छा लगता है। इन खिलाडि़यों की तरह कड़ी मेहनत कर मुझे भी ओलंपिक में जाना है। खुशी, प्लेयर टोक्यो ओलंपिक में खासतौर पर महिला खिलाडि़यों का प्रदर्शन देखकर मुझे मोटिवेशन मिलता है। उनके जैसा बनना है तो बहुत मेहनत करनी होगी। ईशा, प्लेयर अनु और प्रियंका टोक्यो ओलंपिक से मेडल लेकर लौटेंगी, इसकी हम सभी को उम्मीद है। उनके प्रदर्शन से बाकी खिलाडि़यों की भी उम्मीदें जगेंगी। अनु कुमार, सचिव जिला एथलेटिक्स संघ 'मेडल नहीं, लेकिन दिल जीत लिया'टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही कमलप्रीत कौर बेशक मेडल हासिल नहीं कर सकी पर उन्होंने भारतवासियों का दिल जीता है। सोमवार को डिस्कस थ्रो के मुकाबले में खिलाड़ी कमलप्रीत कौर 63.70 के हाईएस्ट थ्रो के साथ छठे नंबर पर रहीं। वहीं मेरठ निवासी उनकी कोच राखी त्यागी ने कहा कि मेडल नहीं आया लेकिन कमल ने कोशिश अच्छी की और 12 खिलाडि़यों में छठे नंबर पर रहीं।
नर्वस थी कमलप्रीत राखी त्यागी ने बताया कि उन्होंने मैच से चार घंटा पहले कमलप्रीत से बात की थी। कमलप्रीत ने बताया कि वह टेंशन के चलते पूरी रात सो नहीं पाईं। राखी ने बताया कि कमलप्रीत बहुत नर्वस थी, काश मैं उसके साथ होती तो उसे मोटिवेट कर पाती।