मेरठ अब मीटर होंगे 'स्मार्ट', ताकि बिजली चोरी रुक सके
मेरठ (ब्यूरो)। बिजली चोरी रोकने और गलत बिलिंग की समस्या को दूर करने के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड जिले के 70 लाख और मेरठ जिले के 5.82 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के मीटरों को स्मार्ट मीटर में लगाने की कवायद में विद्युत विभाग फिर से जुट गया है। यह प्रक्रिया मीटर की कमी के चलते गत वर्ष बीच में रुक गई थी। अब मीटर खरीद की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द नए मीटर मिलने के बाद स्मार्ट मीटर की कवायद तेजी से शुरु की जाएगी। विभाग की योजना के अनुसार मार्च 2025 तक हर उपभोक्ता के घर में स्मार्ट मीटर से ही बिजली सप्लाई होगी।
10 केवीए तक लगेगा स्मार्ट मीटर
इस मीटर की खासियत रहेगी कि इस मीटर को मोबाइल की तरह ही रिचार्ज किया जा सकेगा। उपभोक्ता खुद अपने बिजली उपयोग को कंट्रोल कर सकेगा और जरुरत के अनुसार ही बिजली का प्रयोग होगा। पहले स्मार्ट मीटर केवल 2 केवीए के कनेक्शन तक ही लग पा रहा था लेकिन अब 5 व 10 केवीए के कनेक्शन पर भी स्मार्ट मीटर ही लगेगा।
5.5 लाख मीटर का टारगेट
योजना के तहत जनपद में करीब 581973 उपभोक्तओं को स्मार्ट मीटर का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत मेरठ शहर में अब तक 1.40 लाख से अधिक पोस्टपेड मीटर को स्मार्ट मीटर में कंवर्ट किया जा चुका है। करीब 1.82 लाख शहरी उपभोक्ताओं और करीब 4 लाख ग्रामीण उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से जोड़ा जाना है।
स्मार्ट मीटर की टेंडर प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। जल्द सभी मीटर स्मार्ट मीटर में बदल दिए जाएंगे। उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर बदलवाने के लिए कोई अतिरिक्त चार्ज भी नही देना होगा।
राजेंद्र बहादुर, एसई सिटी