अब बेगमपुल नही कहिए भारत माता चौक
मेरठ (ब्यूरो)। जल्द ही शहर के सबसे प्रमुख बेगमपुल चौराहे को नए नाम भारत माता चौक के नाम से जाना जाएगा। इसके साथ एक ओर प्रमुख चौराहे ईव्ज चौराहे का नाम भी माधव चौक रखा जा सकता है। इन दोनो चौराहों के नाम बदलने का प्रमुख निर्णय मंगलवार को आयोजित नगर निगम की नई कार्यकारिणी की बोर्ड बैठक में प्रस्तावित किया गया। जिसके बाद निगम की बोर्ड बैठक में कई प्रमुख प्रस्ताव पास किए गए।
पहली बैठक में हुआ हंगामा
गौरतलब है कि मंगलवार को नगर निगम की नई कार्यकारिणी की पहली बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सांसद राजेंद्र अग्रवाल, विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज भी शामिल रहे। लेकिन पहली बोर्ड बैठक में ही भाजपा नेताओं के सामने पार्षद एक-दूसरे से भिड़ गए। बोर्ड के सामने से कई प्रस्तावों को लेकर ना सिर्फ हंगामा हुआ बल्कि पुलिस फोर्स को भी बुलाना पड़ गया। माहौल इतना गर्म हो गया कि मेयर हरिकांत अहलूवालिया को यह तक कहना पड़ा कि ये नगर निगम का सभाकक्ष है। बदत्तमीजी यहां नहीं चलेगी। शांति नहीं बनाई तो सदन से बाहर का रास्ता दिखा दूंगा। इस दौरान पार्षदों ने एक-दूसरे की छींटाकशी के बाद पत्नी की जगह पर पार्षद पति को बोर्ड रूम से बाहर निकालना पड़ा।
भारी पुलिसफोर्स रही मौजूद
बोर्ड बैठक शुरु होते ही माहौल इतना गर्म हो गया कि बोर्ड रूम में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात करना पड़ा। बैठक के दौरान इलाके के सीओ, सिटी मजिस्ट्रेट भी शामिल रहे। मौके को देखते हुए आरएएफ भी तैनात किया गया। महिला कांस्टेबल भी ड्यूटी पर लगी रही।
नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में भाजपा पार्षदों ने अपनी ताकत दिखाते हुए वंदेमातरम के बाद भारत माता की जय के साथ साथ योगी मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगाए। चौराहों के नाम बदलने के दिए प्रस्ताव
बैठक में कई प्रमुख प्रस्तावों में से बेगमपुल का नाम भारत माता चौक और ईव्ज चौराहे का नाम माधव चौक बनाने पर प्रस्ताव पास हो गया। बैठक में पार्षद अजय चंद्रा ने बेगमपुल का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा कि यह ब्रिटिश सरकार की गुलामी के समय का प्रतीक है ऐसे में अब इसका नाम भारत माता चौक किया जाना चाहिए। सभी पार्षदों ने इस पर सहमति व्यक्त की।
एक नजर में
पार्षद कुलदीप वाल्मीकि ने ईव्ज चौराहे का नाम माधव चौक रखने का प्रस्ताव रखा।
पार्षद सुमित ने प्रस्ताव दिया कि सूरजकुंड स्पोट््र्स मार्केट पर हंस चौराहे के पास महाराजा अग्रसेन और और पशु अस्पताल के पास बलिदानी भगत ङ्क्षसह के नाम से प्रवेश द्वार बनाए जाने का प्रस्ताव रखा।
पार्षद सुनीता वर्मा ने प्रस्ताव दिया कि दिल्ली रोड की तरफ गुरुद्वारा रोड पर गुरु तेग बहादुर के नाम से प्रवेश द्वार बनाने का प्रस्ताव रखा।
बैठक के दौरान पार्षदों में जमकर बहस हुई। इस दौरान वार्ड 31 के पार्षद कीर्ति घोपला मीटिंग में बैठे थे। तभी किसी ने चुटकी लेते हुए कीर्ति घोपला को पार्षद पति बोल दिया। इसी बात पर कीर्ति घोपला भड़क गए और हंगामा कर दिया कि मैं खुद पार्षद हूं पार्षद पति नही हूं। इसी बात पर सपा और भाजपा के पार्षदों में जमकर बहस होने लगी और जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद वार्ड 65 की पार्षद इलमास मीटिंग में नहीं पहुंचीं उनकी जगह पार्षद पति हसीन बैठक में आकर बैठ गए। जब पार्षदों का परिचय सत्र हुआ तो उन्होंने अपना परिचय दिया। पार्षद पति ने कहा कि पत्नी पार्षद बीमार हैं, इसलिए मैं आया हूं। लेकिन हंगामे के बाद उन्हें बैठक से बाहर कर दिया।
हंगामे पर भड़के मेयर
बोर्ड बैठक में हंगामा बढ़ते देख मेयर हरिकांत अहलूवालिया का पारा बढ़ गया। मेयर ने पार्षदों की बहसबाजी को देखते हुए नाराज होकर फटकार लगा दी और कहा कि सबक सिखा दूंगा, ये बदत्तमीजी यहां नहीं चलेगी। ये सदन है यहां शांति बनाए रखो। अगर कोई सदन में किसी तरह की अनुशासनहीनता करेगा तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दूंगा। मेयर ने कहा कि यहां हम सभी शहर के विकास के लिए बैठे हैं। जरुरी है कि हम सभी को यहां शहर के विकास की बात करें।