अंधेरा होते ही लापता हो जाती है मेरठ पुलिस
- रात को सड़कों पर तो दूर चौकी पर भी नहीं दिखती पुलिस
- रात को रामभरोसे ही घर से बाहर निकलती हैं महिलाएं - आई नेक्स्ट टीम ने देखा रात का हाल तो खुल गई पुलिस सक्रियता की पोल Meerut: अंधेरा होते ही शहर की सड़कों के साथ-साथ पुलिस चौकियों से भी पुलिस दिखनी बंद हो जाती है। आई नेक्स्ट टीम ने महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से रात का हाल देखा तो पुलिस सक्रियता की पोल खुल गई। ऐसे में सवाल है कि सुरक्षा व्यवस्था का दावा करने वाली पुलिस की नींद आखिर कब खुलेगी। कब बहू-बेटियां अपने को महफूज समझकर आसानी से सफर तय कर सकेगी। सीन एक बागपत अड्डा चौराहा, समय: 9:क्म् टीपी नगर थाना एरिया की इस पुलिस चौकी पर ताला लगा हुआ है। सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम तो दूर पुलिस कर्मी तक देखने को नहीं मिला। सीन दोकेसर गंज चौकी, समय 9:ख्क्
देहली गेट थाना एरिया की इस चौकी पर कोई भी सिपाही तैनात नहीं था। यहां भी ताला लगा हुआ दिखाई दिया। खराब हालत में पड़ी चौकी को देखकर ऐसा लग रहा है कि काफी समय से कोई पुलिस कर्मी अपनी नौकरी करने यहां आया ही नहीं है। सीन तीन जली कोठी चौराहा, समय 9:ख्म्यूं तो यहां केबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर का घर है। बावजूद इसके यहां पुलिस फोर्स की कोई व्यवस्था नहीं है। बुधवार रात को यहां खुलेआम फायरिंग भी हुई थी। इसके बावजूद पुलिस की आंख नहीं खुली हैं।
सीन चार बेगमपुल चौराहा, 9:फ्भ् सिटी का हार्ट कहे जाने वाला बेगमपुल पर बड़ी-बड़ी मार्केट बनी हुई हैं। पास ही में आबूलेन है, जहां महिलाएं शॉपिंग करने के लिए आती हैं। यहां भी पुलिस नदारद देखने को मिली। सीन पांच एसएसपी आवास, 9:ब्ख् यूं तो यह कमांड हाऊस है, लेकिन यहां भी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। इनके आवास के बाहर भी पुलिस की कोई सुरक्षा व्यवस्था देखने को नहीं मिली। सुरक्षा व्यवस्था का हाल यहां भी शून्य था, जबकि यहां एक गर्ल्स कॉलेज भी है। सीन छह वेस्टर्न कचहरी रोड, 9:ब्म् वेस्टर्न कचहरी रोड पर भी कचहरी पुल से लेकर आरजी कॉलेज के चौराहा तक सुनसान पड़ा हुआ था। यहां इस टाइम कोई भी युवती या बहू घर के बाहर नहीं निकल सकती, लेकिन यहां भी कई बार पुलिस पिकेट तैनात करने की मांग की गई। उसके बाद भी आज तक कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं हो सकी। सीन सात बच्चा पार्क, क्0:0ख्बच्चा पार्क की इन तस्वीरों से पुलिस की लापरवाही उजागर होती है। पूरे बच्चा पार्क पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोई पुलिस कर्मी तैनात नहीं किया गया है। लगता है कि गहरी नींद में सो रही पुलिस बड़ी वारदात का इंतजार कर रही है।
सीन आठ बुढाना गेट, समय क्0:क्8 बुढ़ाना गेट इन तस्वीरों में सुनसान देखा जा रहा है। यूं तो यहां एक चौकी भी बनी हुई है, जो कोतवाली पुलिस के अधीन है। यहां कोई पुलिस कर्मी सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। यह पुलिस की लापरवाही नहीं तो और क्या है। सीन नौ एसपी सिटी आफिस, क्0:ख्फ् घंटाघर के पास स्थित एसपी सिटी आफिस है। यहां की पूरी जिम्मेदारी एसपी सिटी ओमप्रकाश की है। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि एसपी सिटी आफिस में भी इस समय कोई पुलिस कर्मी तक मौजूद नहीं है।