अक्सर लोग कहते हैं कि होम्योपैथी दवाइयां देर से असर करती है लेकिन सच्चाई यह है कि मरीज ही यहां देर से पहुंचते हैं। यदि सही समय पर होम्योपैथी पद्वति से इलाज करवाया जाए तो गंभीर से गंभीर बीमारियां भी ठीक हो सकती है।


मेरठ ब्यूरो। ओलिविया रेस्टोरेंट में गुरुवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में डॉ।शशिकांत शर्मा ने बताया कि किडनी फेलियर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों का होम्योपैथी से सफल इलाज संभव है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती कुछ मरीज की डायलिसिस चल रही थी, वैसे मरीजों का होम्योपैथी पद्वति से इलाज होने के बाद उनकी डायलिसिस पूर्ण रूप से बंद हो गई। साथ ही उनकी किडनी भी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गई।

डायलिसिस से मिला छुटकारा डा। शशिकांत शर्मा ने बताया कि होम्योपैथी में हर बीमारी का बेहतर इलाज संभव है और इसका कोई साइड इफेक्ट और एडिक्शन भी नहीं है। पत्रकार वार्ता में बहुत से मरीज उपस्थित रहे जिनकी रिपोर्ट भी पत्रकारों को दिखाई गई जिनमें उनका यूरिया क्रिएटिनिन होम्योपैथी के इलाज से काफी कम हो गया है और मरीजों को डायलिसिस से छुटकारा मिल गया। बीमारी से राहत मिली
रुडक़ी से पहुंची महिला पेशेंट सुरेशमति ने बताया कि वह 17 सितंबर 2022 को अस्पताल में भर्ती हुई थी। होम्योपैथी पद्धति से इलाज होने के बाद उन्हें जल्दी ही डिस्चार्ज मिल गया और अब वह पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है। बताया कि अब उनकी किसी भी प्रकार की दवाइयां नहीं चल रही हैं।वहीं डायलिसिस चल रही 28 वर्षीय ज्योति की होम्योपैथी से इलाज होने के बाद स्वस्थ हुईं और उनकी भी डायलिसिस बंद हो गयी। मुजफ्फरनगर के सुरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि होम्योपथी से इलाज कराने के बाद वह अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। उनका डायलिसिस बंद है। उनके पैर में गैंग्रीन था, वह भी पूरी तरह से सही हो चुका है।नोएडा के उर्मीला देवी नामक पेशंट भी मौजूद रहीं जिन्हें हरपीस के इलाज में एलोपेथी दवाईयों द्वारा किडनी की दिक्कत हुई थी। वह भी अब होपेम्योपैथी से इलाज के बाद स्वस्थ्य हैं और उनका यूरिया क्रिएटिनिन भी कम हो गया । पत्रकार वार्ता में डॉ। एसडी शर्मा, डॉ। आरपी सिंह, प्रवीण जैन, कपिल गुप्ता, हेमंत चावला, अनुज चर्तुभुज आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive