दिल में डर नहीं, डेवलपमेंट की आस
-यूथ को चाहिए रोजगार तो महिलाएं कर ही विकास की बात
-पर्दाशींन कर रही वूमन इम्पॉवरमेंट की बात, एजुकेशन प्राथमिकता -मदरसों को एबीसीडी के बाद अब साइंस से जोड़ने की आस अखिल कुमार आई एक्सक्लूसिव Meerut: बमुश्किल सूरज की रोशनी जिन गलियों में पहुंचती है वे गलियां अब ज्ञान की रोशनी से जगमगाएंगी। विकास चाहिए, वूमन इम्पावरमेंट की बात रही है मेरठ के इस्लामाबाद में पोलिंग की कतार में खड़ी युवतियां मतदान को लेकर उत्साहित थीं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पूछा तो बताया कि हमें शिक्षा चाहिए, रोजगार चाहिए, अपने पैरों पर खड़े होकर अल्प- संख्यक समाज को दिशा देना हमारा मकसद है। वोट तो देना होगा, ये हमारा अधिकार है। बदलाव के लिए सही चुनाव बेहद आवश्यक है। मदरसों का चाहिए कायाकल्पशहर विधानसभा क्षेत्र के मदरसा हुसैनिया पोलिंग केंद्र पर वोट कर आए शब्बीर अहमद कहने लगे के अब वो वक्त गया जब हम बच्चों को दीनी तालीम ही देते थे। हमने इन बच्चों को अब उर्दू के साथ हिंदी-अंग्रेजी के हर्फ सिखा दिए हैं, अब राकेट चलाएंगे तो साइंस भी पढ़ानी होगी। शब्बीर मदरसे के प्रबंधक हैं। मौलाना जिबराइल चाहते हैं कि हमें मुख्य धारा में शामिल होना है तो कौम की पौध को दीन-ईमान के साथ तालीम भी देनी होगी। वोट डालकर ऐसी सरकार चुनेंगे तो तालीम को बढ़ावा दे। मेरठ को स्मार्ट सिटी का दर्जा, शहर में मेट्रो और हाईकोर्ट बेंच के लिए मौलाना वोट कर रहे हैं।
भाईचारा चाहिए हमें तो बस सांप्रदायिक की छाप ढो रहे मेरठ के क्या दिन बहुरने वाले हैं? आवाम की माने तो उन्हें वो पसंद है तो फिरकापरस्ती की बात न करते हुए अमन-चैन की बात करे, भाईचारा चाहिए। हिंदू और मुसलमान को एक करने वाली सरकार चाहिए। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र स्थिति संवेदनशील नीचा सिद्दीक नगर के धर्मशाला परसादी लाल वोटिंग स्टेशन वोट डालकर आए हाजी अकील कुरैशी ने मुस्कुराते हुए कहा कि 'अजी कहां, वो जमाने लद गए जब हमें लड़ाने वाले सरकार चलाते थे। आज तो हमें साथ-साथ रहना है.' मोहम्मद हाजी राशिद, इरशाद कुरैशी, इमरान कुरैशी अपनी जमात और आने वाली जनरेशन के लिए परेशान हैं। कहना है कि, वोट देकर हम प्रदेश की दिशा-दशा बदलने में अपनी भूमिका रहेगी। ---- पहली बार वोट दिया है और सोच-समझकर दिया है। वोट देकर हमें अपनी कौम को आगे लाना होगा। -मोहम्मद अरशद --- हमें तामील चाहिए, रोजगार चाहिए। समाज में बराबरी का दर्जा तभी मिलेगा जब हम अपने पैरों पर खड़ी होंगे।-फरहीना, बीए स्टूडेंट
--- वूमन इम्पावरमेंट की बात होगी, गर्ल्स एजुकेशन की बात होगी। हम बदलाव के लिए वोट करने आए हैं। -नाजिया, स्टूडेंट --- रोजगार मिले, कारोबार मिले। सुरक्षा का अधिकार मिले। ऐसी सरकार चुनने के लिए हम आगे आए हैं। -शबीला, गृहणी --- हमें सुरक्षा और समानता का अधिकार चाहिए। सरकार ऐसी चुनेंगे जो हमें और हमारे परिवार को विकास के रास्ते पर ले जाए। -जाहिदा --- परिवार को रोजगार चाहिए। हमें ऐसा प्रतिनिधि चाहिए जो हमारा विकास करे। आखिर मतदान हमारा अधिकार है। -हाजी मुन्ना, कारोबारी