सुरक्षा के साथ समझौता नहीं
सुरक्षा व्यवस्था से समझौता नहीं
भाजपा की विजय शंखनाद रैली के मद्देनजर एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर मुकुल गोयल मेरठ पहुंचे, जहां उन्होंने शताब्दी नगर में रैली की व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही मेरठ के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों सहित दूसरे जिलों से आए अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दिए गए। जिसमें एडीजीपी ने मीटिंग के दौरान सभी अधिकारियों को साफ कहा कि सुरक्षा व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ड्यूटी में मौजूद सभी को धरातल पर रहकर व्यवस्था देखनी होगी.
सबकी होगी चेकिंग
मुकुल गोयल ने कहा कि रैली में कई बड़े नेता शामिल होने आ रहे हैं, जिनकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। रैली स्थल पर पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति की चेकिंग की जाए और उनको मैटल डिटेक्टर से गुजारा जाए। ताकि उनके पास कोई आपत्तिजनक वस्तु होने पर पकड़े जा सकें। कपड़े ओढ़कर पहुंचने वाले लोगों को विशेष दृष्टि से देखा जाए। साथ ही पटना रैली को देखते हुए सभी अधिकारियों को हिदायतें दी कि वे सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करें। साथ ही ड्यूटी पर मौजूद सभी लोगों को अपने दायित्वों को समझना होगा। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी एक दूसरे से सही सामंजस्य बनाकर रखें.
रैली में हथियार नहीं
आईजी आलोक शर्मा ने कहा कि रैली में आने वाले किसी भी व्यक्ति पर कोई हथियार ना हो। अगर किसी के पास हथियार मिलते हैं तो उनको जब्त कर लिया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी। करीब छह हजार पुलिस कर्मी रैली के दौरान मौजूद रहेंगे। एडीजी मुकुल गोयल ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को साफ कहा गया कि वे कोई कोताही ना बरतें। फोन पर लगातार कोई लंबी बातें ना करे। रैली समाप्त होने तक व्यवस्था संभाली जाए। बैरिकेटिंग के पास भीड़ को इकट्ठा ना होने दें। साथ ही कोई अराजकता पैदा ना हो.
ये हुई चेकिंग
शनिवार को पूरे दिन रैली स्थल के आसपास अधिकारियों और नेताओं की भीड़ लगी रही। जहां रैली मंच के आसपास डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड टीम ने निरीक्षण किया। जहां-जहां इलाके में पब्लिक की व्यवस्था है वहां सघन चेकिंग हुई। पार्किंग स्थल और हेलीपैड की भी जांच पड़ताल हुई। खास व्यवस्था मंच के पास रहेगी। जहां किसी भी व्यक्ति को जाने के लिए कड़ी जांच से गुजरना होगा। साथ ही रैली में सुरक्षा को देखते हुए लोकल पुलिस, कमांडोज, पीएसी, आरपीएफ, आरएएफ, एसटीएफ, एटीएस और गुजरात पुलिस मौजूद रहेगी.