एमबीबीएस की परीक्षा में पकड़े जा रहे सबसे ज्यादा मुन्नाभाई
मेरठ (ब्यूरो). सीसीएस यूनिवर्सिटी में सम व विषम सेमेस्टर के एग्जाम में लगातार नकलची पकड़े जा रहे हैं। यहां हर रोज तीन से लेकर दस तक नकचली पकड़ में आ रहे हैं। ऐसे में यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने नकल को लेकर सभी कक्ष निरीक्षकों को पहले से अधिक अलर्ट रहने की सलाह दी है।
लिस्ट जारी होगीयूनिवर्सिटी ने ऐसे सभी स्टूडेंट्स की लिस्ट जारी करने की तैयारी की है, जिन्होंने परीक्षा में अनुचित साधन प्रयोग किया था या किया है। हैरानी की बात ये है कि अधिकतर नकलची एमबीबीएस के ही हैं। इस बड़ी लिस्ट में तय की गई कैटेगरी के अनुसार अधिकतर गंभीर कैटेगरी में फंसे हैं। जिसके चलते स्टूडेंट्स की परीक्षा निरस्त करने के साथ ही उन पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है।
90 नकचली पकड़े
बता दें कि सवा महीने से विषम सेमेस्टर व अब दो मार्च से सम सेमेस्टर की परीक्षाएं चल रही हैं। इस बार अभी तक 90 नकलची पकड़े जा चुके हैं। चार मार्च को भी नोएडा व गाजियाबाद के दो कॉलेजों के पांच नकलची स्टूडेंट्स पकड़े गए जो पर्ची से नकल कर रहे थे। ऐसे में लगातार नकलचियों की संख्या बढ़ रही है, इनमें अधिकतर एमबीबीएस के ही स्टूडेंट्स हैं। पिछले साल भी एमबीबीएस के 34 केस पकड़े गए थे, यही नहीं 2018 में एमबीबीएस की कॉपियों की अदला बदली का केस व 2019 में भी एमबीबीएस की कॉपी में मुन्नाभाई पकड़ा गया था। दोनो हीं केस एसआईटी की जांच में चल रहे हैं, लगातार एमबीबीएस के ही स्टूडेंट्स नकलची होते जा रहे हैं।
सीसीएसयू की सेमेस्टर परीक्षा में तीन मार्च को बुलंदशहर व मेरठ के दो परीक्षा केंद्रों समेत मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में परीक्षा केंद्रों पर छापामारी की गई। जिसमें चार नकलची सामग्री के साथ पकड़े गए। केस-2
एक मार्च को आईआईएमटी नोएडा में तीन नकलची पहली पाली में और दूसरी पाली में आईएमई कॉलेज गाजियाबाद में दो नकलची मोबाइल व नकल की पर्ची के साथ पकड़े गए थे। इसके अलावा पहली पाली में ही सहारनपुर के छह नकलची पकड़े गए, ये है सजा का प्रावधान
यूनिवर्सिटी की ओर से एग्जाम में अनुचित साधन प्रयोग करने पर स्टूडेंट्स को दंड देने के लिए छह कैटेगरी तय की गई हैं। 1. कैटेगरी एक में स्टूडेंट को चेतावनी देते हुए भविष्य में सावधान रहने को कहा गया है। 2. कैटेगरी दो में संबंधित विषय कोड की परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी।
3 कैटेगरी तीन में संपूर्ण साल की परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी।
4. कैटेगरी चार में संपूर्ण साल की परीक्षा निरस्त करने के साथ भविष्य में यूनिवर्सिटी की किसी भी परीक्षा में स्टूडेंट दो वर्ष तक सम्मिलित नहीं हो सकेगा। 5. कैटेगरी पांच में परीक्षा निरस्त होने के साथ ही दो साल तक स्टूडेंट किसी परीक्षा में सम्मिलित नहीं होगा। 6. कैटेगरी छह के अनुसार संपूर्ण परीक्षा निरस्त होने के साथ स्टूडेंट तीन साल तक परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएगा। वर्जनलगातार नकलचियों की संख्या बढ़ रही है इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। इसको लेकर लगातार टीम छापे मार रही हैं।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू