गत माह पार्किंग के संबंध में शासन का आदेश जारी होने के बाद भले ही कागजों में नगर निगम ने पार्किंग का संचालन बंद कर दिया हो लेकिन असल में शहर की सड़कों पर पार्किंग का संचालन न तो बंद हुआ है और न ही पार्किंग के संबंध में निगम स्तर पर कोई सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी का नतीजा है कि शहर में पार्किंग बंद होने के बाद भी निगम के नाम से पार्किंग शुल्क के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है।

मेरठ(ब्यूूूूरो)। गत माह शासन के आदेश पर शहर में पार्किंग स्थलों के लिए कुछ मानक बना दिए गए थे। मानक पूरा होने तक पार्किंग संचालक को पार्किंग बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके तहत शहर में संचालित 14 स्थानों की पाॄकग को बंद कर दिया गया था। मगर पाॄकग ठेकेदारों के कर्मचारियों की ओर से वसूली अभी तक जारी रही। इसमें सबसे प्रमुख नियम था कि सड़क किनारे पार्किंग नही संचालित होगी। जबकि शहर में अधिकतर पार्किंग रोड साइड ही खुलेआम संचालित हो रही हैं।

अभी भी हो रही संचालित
कचहरी रोड पर हनुमान मंदिर के सामने
गढ़ रोड स्थित अस्पताल के बाहर
गढ़ रोड पर मेडिकल कॉलेज के सामने हॉस्पिटल के बाहर
बच्चा पार्क स्थित अस्पताल के बाहर

चार अक्टूबर को सुनवाई
वहीं शहर में वाहन पाॄकग के लिए उपयुक्त स्थल विकसित न किए जाने के मामले में हाई कोर्ट में जनहित याचिका के माध्यम से शिकायतें की गई थी। इस मामले में कोर्ट ने नगर आयुक्त और एमडीए उपाध्यक्ष को चार अक्टूबर को तलब किया है। चार अक्टूबर को निगम की तरफ से इसमें अपनी रिपोर्ट दी जाएगी।

योजना की तैयार
इस रिपोर्ट के लिए नगर निगम और एमडीए अधिकारियों ने टीम गठित कर पार्किंग पर लगाम कसने की योजना तैयार की है। इसी क्रम में गत सप्ताह अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय, सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय, सम्पत्ति अधिकारी राजेश सिंह ने प्रवर्तन दल के साथ व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में वाहन पाॄकग व्यवस्था देखी थी। कुछ प्रतिष्ठानों के बाहर वाहन पाॄकग के नाम पर पर्ची कटती मिलने पर सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय ने संबंधितों को चेतावनी भी जारी की थी।

17 में 14 पार्किंग रद
दरअसल, प्रमुख सचिव के आदेश के बाद गत माह 17 में 14 स्थानों की पार्किंग बंद कर दी गई थी। आदेश के अनुसार जिन पार्किंग में जनता की मूलभूत सुविधा जैसे शौचालय, पेयजल, शेडो आदि की सुविधा नही है उनका संचालन नही होगा। ऐसे में अब नगर निगम द्वारा केवल बेगमपुल, सूरजकुंड पार्क और टाउन हॉल की पार्किंग को छोड़कर बाकि 14 पार्किंग रद कर दी थी।

5 स्थानों पर संचालन
कोरोना संक्रमण का असर नगर निगम की पाॢकग पर भी पड़ा था। नगर निगम को साल 2020-21 के लिए 25 जगहों पर पाॢकग शुरू करानी थी लेकिन संक्रमण के कारण शहर में 25 जगहों में से अप्रैल माह में मात्र 7 स्थानों पर ही पाॄकग शुरू हो सकी थी। इसके बाद जून माह में 5 जगह ओर फाइनल की गई। इसके बाद अगस्त माह में पांच अन्य जगह पर निगम द्वारा पार्किंग शुरू की गई थी। कुल मिलाकर 17 स्थान निगम द्वारा इस माह पार्किंग फाइनल की गई थी।

ये पार्किंग हुई थी बंद
कैलाशी हॉस्पिटल
कचहरी पूर्वी गेट हनुमान मंदिर के सामने
मूलचंद शर्बती देवी हॉस्पिटल
पश्चिमी कचहरी का पूर्वी भाग
मिमहेंस हॉस्पिटल, मंगलपांडेय नगर
आंनद हॉस्पिटल, गढ़ रोड
न्यूट्रीमा हॉस्पिटल
कचहरी पूर्वी गेट, मंदिर के सामने
सिटी सेंटर बच्चा पार्क
ओपी गुप्ता, सिटी स्कैन सेंटर बच्चा पार्क
सेमसंग सर्विस सेंटर गढ़ रोड
मैडविन अस्पताल गढ़ रोड
शॉप्रिक्स माल सुपरटेक
पोस्ट ऑफिस घंटाघर

अवैध पार्किंग पर शासन के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। सड़क पटरी पर वाहन पाॄकग न हो, इसलिए टीम बनाकर चेकिंग भी हो रही है।
मनीष बंसल, नगरायुक्त, नगर निगम, मेरठ

Posted By: Inextlive