नाले पर बने 12 अस्थाई पुल हटाए
प्रवर्तन दल के अभियान के विरोध में व्यापारियों ने किया हंगामा, नारेबाजी
भूमिया पुल से पिलोखड़ी चौकी के बीच 12 अस्थाई लोहे के पुल को हटाया गया Meerut। गत सप्ताह नाले में डूबकर हुई मासूम की मौत के बाद नगर निगम ने नाले पर बने अस्थाई पुलों के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है। इस अभियान के तहत शहर के नालों पर बनाए गए अवैध पुलों को हटाया जा रहा है। शनिवार को भूमियापुल से अस्थाई पुल हटाने पहुंचे निगम के प्रवर्तन दल को व्यापारियों का भारी विरोध झेलना पड़ा। लेकिन भारी विरोध और हंगामे के बीच भी नगर निगम प्रवर्तन दल ने भूमिया पुल से पिलोखड़ी चौकी के बीच 12 अस्थाई लोहे के पुल को हटा दिया। शुरू हुआ हंगामाशनिवार सुबह नगर निगम प्रवर्तन दल की टीम सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट शक्ति सिंह मलिक के नेतृत्व में जेसीबी लेकर भूमिया पुल पर पहुंची और अभियान की शुरुआत की। मगर जैसे ही टीम ने पहला लोहे का पुल हटाना शुरू किया लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया और आसपास के व्यापारी अभियान का विरोध करने लगे। स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए टीम से मांग करते हुए कहा कि जहां ओडियन नाले की शुरुआत होती है वहां से अभियान की शुरू किया जाए। क्योंकि ज्यादा लोग हादसे के शिकार भी वहीं हुए हैं। मगर नगर आयुक्त के आदेश का हवाला देते हुए प्रवर्तन दल ने उनकी एक न सुनी और एक के बाद एक लोहे के पुलों को तोड़ना शुरू कर दिया।
नहीं मिली मोहलत अभियान के दौरान जैसे ही टीम ने अपना काम शुरू किया स्थानीय व्यापारियों और लोगों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी भी शुरू कर दी। विरोध और हंगामे के बीच भी अभियान चलता रहा। मगर लोगों का विरोध बढ़ता देख प्रवर्तन दल अधिकारी सेवानिवृत्त कर्नल राजकुमार बालियान और सहायक नगर आयुक्त बृजपाल सिंह के साथ मौके पर पहुंच गए और लोगों को बातचीत कर शांत कराया। पुलिस फोर्स पहुंचीहंगामे की सूचना पर इसी बीच मौके पर अतिरिक्त फोर्स भी पहुंच गई। पुलिस फोर्स देखकर कुछ लोग सहायक नगर आयुक्त बृजपाल सिंह से अपना पुल स्वयं ही हटा लेने की मोहलत मांगी। मगर सहायक नगरायुक्त ने समय देन से इंकार कर दिया। सहायक नगरायुक्त ने कहा कि कई दिन पहले अभियान की शुरुआत हुई थी और लोगों को चेतावनी भी दी जा चुकी थी लेकिन पुल नहीं हटाए गए। अभियान के दौरान अफरा तफरी, भारी विरोध और हंगामे के बीच टीम ने 12 लोहे के पुलों को तोड़ दिया। जन सुविधाओं और लोगों की व्यावहारिक समस्याओं को दखते हुए कुछ बड़े लोहे के पुलों को डिजाइन में बदलाव की सलाह के साथ कुछ समय के लिए छोड़ दिया।
जेसीबी की चेन टूटी 12 पुलों को हटाए जाने के बाद अचानक जेसीबी की चेन टूटने की वजह से अभियान स्थगित कर दिया गया। इसके बाद बचे हुए पुलों के लिए लोगों को प्रवर्तन दल अधिकारी सेवानिवृत्त कर्नल राजकुमार बालियान के द्वारा 3 दिन के भीतर लोहे के पुलों को हटा लेने की चेतावनी दी गई। इस दौरान प्रवर्तन दल की टीम में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट प्रवीण कुमार, जसवंत तोमर, हवलदार मुनेंद्र कुमार, रूपेश तोमर, अनिल भड़ाना जितेंद्र तोमर तथा हरेंद्र कुमार आदि लोग शामिल रहे ।