मेरठ सहित वेस्ट यूपी के विभिन्न जिलों में आया बारिश के पैटर्न में बदलाव आने वाले तीन दिन तक शहर में अलग-अलग इलाकों में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश होगी।

मेरठ (ब्यूरो)। बीते कई दिनों से शहर में अलग-अलग इलाकों में कहीं कम तो कहीं तेज बारिश हो रही है। कई बार तो ऐसा भी देखा गया है कि शहर में एक हिस्से में झमाझम बारिश हो रही है और दूसरे हिस्से में धूप निकल रही है। इसका बड़ा कारण है, मानसून का देरी से आना। मौसम वैज्ञानिक डॉ। उदय प्रताप शाही ने बताया कि इस साल मानसून थोड़ा देर से आया है। जहां मानसून को 20 जून तक आना था, वहीं मानसून 30 जून के बाद आया है। हालांकि देश में मानसून अपने निर्धारित समय पर दस्तक दी है। लेकिन यूपी में खासतौर पर वेस्ट यूपी में लेट आया है।

कम बारिश का कारण
डॉ। उदय प्रताप शाही ने बताया कि इस बार मानसून ट्रफ की दिशा में बदलाव आया है। मानसून बंगाल की खाड़ी से होते हुए सक्रिय होकर दक्षिण-उत्तरी दिशाओं में होते हुए राजस्थान में प्रवेश करता है। लेकिन इस साल ये नॉर्थ साउथ की तरफ दिख रहा है। वहीं इस बार मानसून बंगाल की खाड़ी से 15 दिन देरी से सक्रिय हुआ है। उन्होंने बताया कि मानसून ट्रफ एक कम दबाव वाले क्षेत्र को कहते हैं, जोकि मानसून के आने का एक कारण है। यही कारण है कि प्रदेश में खासतौर से वेस्ट यूपी में कुछ हिस्सों में बरसात कम हो रही है।

सिर्फ कुछ इलाकों में बारिश
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि ईस्टर्लीज दरअसल पश्चिमी हवाएं, एंटी-ट्रेड्स या प्रचलित पश्चिमी हवाएं, 30 से 60 डिग्री अक्षांश के बीच मध्य अक्षांशों में पश्चिम से पूर्व की ओर चलने वाली प्रचलित हवाएं हैं। इस ईस्टर्लीज की वजह से वायु मंडल में नमीं रहती है और अस्थिरता भी रहती है। जहां अस्थिरता रहती है वहां बारिश होती है। यहीं कारण है कि शहर में हर जगह एक सी बारिश नहीं हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिन तक शहर में अलग-अलग इलाकों में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश और कहीं धूप ऐसे हीं हालात रहेंगे।

आने वाले दिनों का तापमान
डेट अधिकतम न्यूनतम
16 जुलाई 37 28
17 जुलाई 38 28
18 जुलाई 37 27
19 जुलाई 38 29

31 प्रतिशत कम बरसात
जनपद में मानसून की बरसात न होने लोग उमस भरी गर्मी झेलनी पड़ रही है। तीन दिन से धूप निकल रही है। रविवार को दिल्ली रोड पर कहीं-कहीं बरसात हुई लेकिन अधिकांश स्थानों पर धूप निकली रही। प्रदेश के मध्य और पूर्वी जिलों में जहां जोरदार बरसात से बाढ़ की स्थितियां बन गई हैं। वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बरसात हुई है। वहीं मेरठ में 31 प्रतिशत कम बरसात हुई है। जून के अंतिम और जुलाई के प्रथम सप्ताह में अच्छी बरसात देखने को मिली थी लेकिन उसके बाद से मानसून की रफ्तार मंद हो गई है। जुलाई में जनपद में अब तक 62.5 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि 110 मिलीमीटर बरसात होनी चाहिए।

आगामी दो सप्ताह में मानसून कमजोर ही रहेगा। कहीं कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं समग्र रूप से बरसात की संभावना कम है। उसम भरी गर्मी लोगों को परेशान करती रही।
डॉ। यूपी शाही, मौसम केंद्र प्रभारी, सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि

Posted By: Inextlive