मौसम विभाग की मानें तो मेरठ में मानसून आने की डेट 29 जून निर्धारित है। मगर कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम विज्ञानी डॉ. एन सुभाष ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के लगातार सक्रिए होने के चलते वर्तमान में मानसून की जो रफ्तार है उसके अनुसार इसमें दो-तीन का विलंब हो सकता है।

मेरठ (ब्यूरो)। बीते तीन-चार दिन से धूप और बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल बदस्तूर जारी है। सोमवार को भी सुबह से शाम तक आसमान में बादल छाए रहे। तेज हवाएं भी चली लेकिन बारिश नहीं आई। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि अभी दो दिन तक बारिश व आंधी के आसार बन रहे हैं। मंगलवार को मेरठ और आसपास के जिलों में बारिश हो सकती है।

औसत बारिश 60 मिमी
मौसम विभाग के अनुसार जनपद में जून माह में अब तक 43 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जबकि पूरे माह में औसत बारिश 60 मिलीमीटर होती है। 2021 के जून माह की बात करें तो 143 मिमी और 2018 में 65 मिमी बारिश हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार जिले में दिन का अधिकतम तापमान भी 31 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच है। सोमवार को न्यूनतम तापमान भी सामान्य से चार डिग्री कम 22.7 डिग्री दर्ज किया गया है व अधिकतम तापमान 32.2 रहा। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार 21 जून के बाद मेरठ का मौसम शुष्क हो जाएगा।

फसल के लिए फायदेमंद
बीते दो-तीन दिन में हुई बूंदाबांदी से किसान भी खुश हैं। गर्मी के कारण खेतों की जल्दी-जल्दी सिंचाई करनी पड़ रही थी। अब बूंदाबांदी और घटा छाए रहने के चलते खेतों में नमी बनी हुई हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ। आरएस सेंगर का कहना कि खेतों में जल निकासी को लेकर किसान नालियों का प्रबंध रखें। ताकि खेतों में पानी भरने से फसल नष्ट न हो, यह बारिश गन्ने की फसल के लिए बेहद लाभकारी है।

Posted By: Inextlive