एनईपी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की
मेरठ ब्यूरो। मेरठ कॉलेज में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न प्रावधानों के इंप्लीमेंटेशन को लेकर जानकारी दी गई। इस संबंध में प्रेसवार्ता का आयेाजन किया गया। प्रबंध समिति के सचिव डॉक्टर ओपी अग्रवाल ने बीए, बीएससी, बीकॉम के छात्रों के लिए रिसर्च प्रोजेक्ट तथा इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के लिए हर संभव सहायता देने के लिए कहा है। यह है स्थिति उन्होंने बताया कि कॉलेज ने ऑनलाइन शिक्षण के लिए लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम का इंस्टॉलेशन भी कर लिया है।पिछले सत्र में ज्वाइन करने वाले शिक्षको की दीक्षा-ट्रेनिंग इत्यादि आईआईटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, जेएनयू, सीएसआईआर, एनआईटी, जामिया, बीएचयू, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से हुई है। उन्होंने बताया कि कॉलेज में फेलोशिप ले रहे 155 जेआरएफ और नेट शोधार्थी विभिन्न विभागों में पीएचडी कर रहे हैं।कॉलेज के 60 से अधिक शिक्षक विभिन्न एजेंसी द्वारा फंडेड रिसर्च प्रोजेक्ट का संचालन कर रहे हैं।
बनाई जाएगी टीम
डॉ अग्रवाल ने बताया की सभी शिक्षक तथा रिसर्च स्कॉलर टीम बनाकर कॉलेज के बीए, बीएससी, बीकॉम के छात्रों को एनईपी के तहत किए जाने वाले रिसर्च प्रोजेक्ट की मेंटरशिप प्रदान करेंगे।इन प्रोजेक्ट्स के अध्ययन से छात्रों को रिसर्च पेपर पब्लिश करने में भी शिक्षकों द्वारा उचित गाइडेंस दी जाएगी। स्टूडेंट्स की ले रहे मदद कॉलेज प्रिंसिपल डॉ। अंजली मित्तल ने बताया इस मिशन में कॉलेज के पूर्व छात्र- छात्राओं की भी मदद ली जा रही है।कॉलेज की पूर्व छात्रा और वर्तमान में ओहायो यूनिवर्सिटी, अमेरिका से पीएचडी कर रही कीर्ति त्यागी मेरठ कॉलेज के छात्रों का अमेरिका तथा यूरोप के उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए मार्गदर्शन कर रही है। इस साल कॉलेज ने 10 से अधिक छात्रों को विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए फुल फेलोशिप पर भेजने का लक्ष्य रखा है।