पत्नी बोली, अब सिर्फ वादा रह गया
फरवरी 2022 में सेना से रिटायर होने वाले थे शहीद सूबेदार राम सिंह
पत्नी अनीता से किया था परिवार के साथ घूमने-फिरने और समय बिताने का वादा Meerut। पूरी जिंदगी देशसेवा के बाद जब रिटायरमेंट के छह माह रह गए तो भारत माता का बुलावा आ गया। देश की सुरक्षा करते हुए सूबेदार राम सिंह ने अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। शहादत के आगे परिवार के साथ समय बिताने और बच्चों की फ्यूचर प्लानिंग का प्लान धरा का धरा रह गया। बनाई था प्लानिंगजम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद सूबेदार राम सिंह ने पत्नी अनीता से ढेरों वादे किए थे। मगर देशसेवा के आगे एक फौजी को कहां कुछ सूझता है। पत्नी अनीता ने बताया कि उन्होंने रिटायरमेंट के बाद बेटे और दोनों बेटियों की फ्यूचर प्लानिंग और शादी की तैयारी करने का वादा किया था। पत्नी ने बताया कि उन्होंने परिवार के साथ घूमने-फिरने और ज्यादा से ज्यादा समय बिताने का भी वादा किया था। परिजनों का कहना था कि उनका वादा अब वादा रह गया।
पत्नी से आखिरी बातराम सिंह की 17 अगस्त को पत्नी अनीता से आखिरी बार फोन पर बातचीत हुई थी। जिसमें सूबेदार राम सिंह ने अपनी पत्नी अनीता से कहा था कि मैं ठीक हूं। घर पर बेटे और बेटियों का पूरी तरह से ध्यान रखना। शायद अनीता को यह नहीं मालूम था कि यह बातचीत उनकी आखिरी है। परिवार में पत्नी अनीता के अलावा 20 वर्षीय बेटा सोलेन है, जो मेरठ कॉलेज से एमकॉम की पढ़ाई कर रहा है। जबकि चार बेटियों में प्रियंका रावत और करिश्मा की शादी हो चुकी है। वहीं मीनाक्षी व मनीषा पढ़ाई कर रही हैं।