प्रबंध समिति ने लिया निर्णय, 15 जनवरी से प्रोफेसर सीमा निलंबित
मेरठ (ब्यूरो)। हिमांचल प्रदेश में एक कॉलेज का निरीक्षण करने गई प्रोफेसर सीमा शर्मा को विजीलेंस की टीम ने दो लाख रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। इसको लेकर मेरठ कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है। बुधवार को कॉलेज की प्रबंध समिति की हुई आपात बैठक में प्रोफेसर शर्मा को निलंबित करने का निर्णय लिया गया। इस मामले की जांच कराने का निर्णय भी लिया गया है।
ये था मामला
मेरठ कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर सीमा शर्मा हिमाचल प्रदेश के इंदौरा में रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ी गईं थीं। वह राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद के पैनल में एक निजी कॉलेज के निरीक्षण पर गई थीं। जहां विजिलेंस टीम ने पैनल के दो शिक्षकों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। बताया गया है कि दोनों के पास से दो लाख रुपये मिले हैं। मंगलवार को प्रोफेसर सीमा के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट को हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने मेरठ कॉलेज की मेल पर भेज दिया था। बुधवार को मेरठ कॉलेज की प्रबंध समिति की बैठक हुई। इसमें समिति के अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज, सचिव डॉ। ओपी अग्रवाल, राम कुमार गुप्ता और उपाध्यक्ष ने हिमाचल प्रदेश से आए पत्र का अवलोकन किया और उस आधार पर 15 जनवरी से प्रोफेसर सीमा शर्मा को निलंबित कर दिया गया।
कॉलेज की छवि हुई धूमिल
हिमाचल प्रदेश से जो पत्र ईमेल के जरिये मिला था उसमें तकनीकी रूप से तिथि में गलती होने के कारण तय किया गया कि दोबारा पत्र मंगवाया जाए। अध्यक्ष सुरेश जैन रितुराज ने बताया कि प्रोफेसर सीमा शर्मा के जेल जाने से कॉलेज की छवि धूमिल हुई है। इस मामले की जांच कराई जाएगी और बहुत जल्द कमेटी का गठन किया जाएगा। फिलहाल इस वक्त प्रोफेसर सीमा जेल में बंद हैं। प्रोफेसर की भी जांच होगी।