मेरठ। आवास विकास की जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में भूखंड का आवंटन आवास विकास के गले में फांस बनता जा रहा है। पिछले कई सालों से बढ़े हुए प्रतिकर और भूखंड की मांग कर रहे किसानों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी मांग को लेकर मंगलवार को किसानों ने आवास विकास की भूखंड आवंटन प्रक्रिया का विरोध में मोर्चा खोल दिया। किसान जागृति विहार के कम्यूनिटी हॉल में आयोजित आवंटन प्रक्रिया का विरोध करते हुए धरने पर बैठ गए। भारी विरोध के चलते तीन दिन की आवंटन प्रक्रिया को आवास विकास ने रदद कर दिया।

मेरठ, (ब्यूरो)। दरअसल, जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में काजीपुर, सरायकाजी, घोसीपुर आदि गांवों के किसानों की जमीन को आवास विकास ने अपनी योजना के लिए खरीदा था। इन किसानों को जमीन के एवज में 6 प्रतिशत भूूखंड और 660 रुपए बढ़ा हुआ प्रतिकर देने की आवास विकास द्वारा घोषणा की गई थी, लेकिन ना तो किसानों को भूखंड अलॉट किया गया है और नही बढ़ा हुआ प्रतिकर दिया जा रहा है। इस मांग को लेकर पिछले छह माह से किसान जागृति विहार एक्सटेंशन में धरने पर बैठे हुए हैं और लगातार आला अधिकारियों से अपनी मांग कर रहे हैं। लेकिन आवास विकास द्वारा किसानों की मांग को अनसुना किया जा रहा है। ऐसे में आवास विकास की अनदेखी से गुस्साए किसानों ने मंगलवार को आवास विकास द्वारा जागृति विहार एक्सटेंशन में आयोजित सेक्टर 3 के 127 मीटर के भूखंडों के आवंटन प्रक्रिया का विरोध करते हुए हंगामा कर दिया।

जड़ा ताला, हुई नारेबाजी
मंगलवार सुबह 11 बजे से ड्रॉ के माध्यम से आवंटन प्रक्रिया के लिए जागृति विहार सामुदायिक केंद्र पर आवंटियों को बुलाया गया था। सुबह 10.30 बजे पर किसान सामुदायिक केंद्र पर पहुंच गए और सामुदायिक केंद्र पर ताला बंदी कर धरने पर बैठ गए। किसानों ने सामुदायिक केंद्र के बाहर धरना देते हुए नारेबाजी शुरु कर दी।

फाड़ी आवंटियों की सूची
इस दौरान आक्रोशित किसानों ने कम्यूनिटी सेंटर के बाहर लगी आवंटियों की सूची फाड़ दी और अंदर आने वाले सभी लोगों को रोकना शुरु कर दिया। किसानों के हंगामे को देखते हुए आवंटियों की भीड़ सामुदायिक केंद्र के बाहर लगना शुरु हो गई।

अधिकारियों का हुआ घेराव
सुबह किसानों का धरना शुरु होते ही आवंटन प्रक्रिया शुरु होने से पहले रोक दी गई। किसानों का धरना शुरु होते ही आवास विकास के अधिकारियों ने पुलिस फोर्स के लिए फोन मिलाना शुरु कर दिया। लेकिन फोर्स उपलब्ध नही हो सकी। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर मेडिकल और आवास विकास के एससी राजीव कुमार ने किसानों से बात कर समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान नही मानें। इसके बाद सीओ और एसडीएम ने मौके पर पहुंच कर किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान नही मानें। बाद में आवास विकास ने आवंटन प्रक्रिया को रदद कर दिया। शाम चार बजे तक किसान सामुदायिक केंद्र के बाहर धरने पर बैठे रहे और आवंटन प्रकिया नही होने दी।
छह घंटे तक इंतजार
वहीं, अपने भवन के लिए आवंटन प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचे आवंटियों ने भी घंटों इंतजार के बाद हंगामा कर दिया। आवंटियों ने एससी राजीव कुमार का घेराव करते हुए आवंटन प्रक्रिया कराने की मांग की। किसान और आवंटियों के हंगामे के बीच फंसे आवास विकास के अधिकारी कोई निर्णय ना ले सके। करीब छह घंटे इंतजार के बाद आवंटी खाली हाथ वापस चले गए।


किसानों के विरोध के चलते फिलहाल आवंटन प्रक्रिया को रदद कर दिया गया। दोबारा नई डेट की जानकारी आवंटियों को दे दी जाएगी। किसानों को भूखंड आवंटित किए जाएंगे। प्रतिकर का मामला भी मुख्यालय भेज दिया गया है।
- राजीव कुमार, एससी आवास विकास
सुबह 10 बजे से आवंटन के लिए आए हुए हैं। छह माह बाद अब आवंटन प्रक्रिया का आयोजन किया जा रहा है और आज भी सुबह से हंगामा चल रहा है।
- अमित अरोड़ा
किसानों से विवाद है तो आवंटियों को भूखंड आवंटन नही किया जाना चाहिए था। किसानों की मांग अगर सही है तो उनको बढ़ा हुआ प्रतिकर जारी कर दें। इसमें आवंटियों को क्यों फंसा कर रखा हुआ है।
- रुचि शर्मा

किसानों के साथ विवाद था तो इस योजना में भूखंड का आवंटन खोलना ही नही चाहिए था। पहले विवाद सुलझा लेते उसके बाद आवंटन प्रक्रिया शुरु करना चाहिए थी।
- गौरव

सुबह से इंतजार करने के छह घंटे बाद बताया जा रहा है कि अब आवंटन नही होगा। आवंटियों को सुबह से बुला लिया गया था। किसानों से विवाद है तो आवंटन प्रक्रिया क्यों आयोजित की गई।
- सचिन गौतम

Posted By: Inextlive