अवचेतन मन को जागृत करें: सुधांशु महाराज
- आलस्य व लापरवाही सबसे बड़े दुश्मन, बोले महाराज
Meerut : पांडवनगर स्थित करन पब्लिक स्कूल में आयोजित विश्व जागृति मिशन के विराट भक्ति सत्संग में शनिवार को सुधांशु महाराज ने भक्तिरस की वर्षा की। उन्होंने अवचेतन मन को जागृत करने और सकारात्मकता पर बल दिया। आलस्य और लापरवाही को सबसे बड़ा दुश्मन बताया। कहा कि अच्छी आदतों को अपनाकर और बुरी आदतों को छोड़कर ही सफलता का स्वाद चखा जा सकता है। तीन सप्ताह में धारण करें अच्छी आदतसुधांशु महाराज ने कहा कि अच्छी आदत को अपनाने में तीन सप्ताह और बुरी को छोड़ने में छह सप्ताह का समय लगता है। मन बुरी आदतों को जल्दी नहीं छोड़ता, जिसने मन को समझाना सीख लिया, वह सफल हो गया। यह मत कहो 'अंधेरा जाए, प्रकाश आए', 'गरीबी मिटे, अमीरी आए', 'उदासी जाए, प्रसन्नता आए' वरना इसके उलट प्रकाश आए, अमीरी आए, प्रसन्नता आए कहो। जब ये आएंगे तो समस्या खुद ब खुद दूर हो जाएगी। महाराज जी ने सृष्टि की संरचना, विकास व संहार की लीला पर भी प्रकाश डाला। कहा कि शरीर में तीन शक्ति पुंज हैं- विष्णु, ब्रह्मा व रुद्र। इन तीनों का संतुलन जरूरी है।
पहुंचे राजनाथ के पुत्रसुधांशु महाराज के प्रवचन में शाम करीब छह बजे गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र और प्रदेश महासचिव पंकज सिंह पहुंचे। उन्होंने महाराज से आर्शीवाद लिया और प्रवचन सुने। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, सुनील भराला आदि भाजपा नेता मौजूद थे।