सोशल मीडिया पर सर्वे के दौरान लोगों ने रखी राय 78 फीसदी लोग बोले सिंथेटिक ट्रैक के निर्माण में लेटलतीफी की जा रही है।


मेरठ । वेस्ट यूपी के खिलाडिय़ों ने देश दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कई तो ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने एशियन गेम्स, ओलंपिक गेम्स में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इनमें पारुल चौधरी, प्रियंका गोस्वामी आदि कई प्लेयर तो ओलंपिक में गोल्ड मेडल के दावेदार हैं। शहर का कैलाश प्रकाश स्टेडियम नए नवेले खिलाडिय़ों का गुरुकुल है। यहां से प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी दुनिया में अपनी प्रतिभा का परचम फहरा रहे हैं। बावजूद इसके, खिलाडिय़ों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने खिलाडिय़ों की समस्याओं को समझने और उन्हें दूर करने के लिए अभियान चलाया था। सोशल मीडिया पर चलाया सर्वे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खिलाडिय़ों की समस्याओं को जानने समझने के लिए सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर अभियान चलाया था। इसमें फेसबुक, व्हाट्सऐप और ट्विटर के माध्यम से लोगों ने अपने विचार रखे।


न कोच न सुविधाएं

कैलाश प्रकाश स्टेडियम में कई गेम्स के कोच न होने से खिलाड़ी बिना कोच के ही सीखने को मजबूर हैं। कई साल से कैलाश प्रकाश स्टेडियम में कई स्पोट्र्स में तो कोच की भी तैनाती नहीं है। स्टेडियम में कुल 15 स्पोट्र्स में खिलाड़ी ट्रेनिंग ले रहे हैं। इनमें सिर्फ तीन ही खेल ऐसे है जिनमें परमानेंट कोच है। इसके अलावा फुटबॉल, शूटिंग, वुशू, जिम्नास्टिक, जूडो, बॉलीवाल, भारोत्तलन, हॉकी, एथलेटिक्स में संविदा पर हैं। मुश्किल यह है कि बैडमिंटन, क्रिकेट, टेनिस, तीरंदाजी, बास्केटबॉल, खो-खो सहित विभिन्न खेलों में कोच तक नहीं हैं।

Posted By: Inextlive