मेरठ में ऐसा लगता है बसों में सेफ्टी फीचर बस दिखाने के लिए हैैं, चलाने के लिए नहीं
मेरठ (ब्यूरो)। शहर में इलेक्ट्रिक बसों का सफर शुरू हुए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है। जब ये बसें आई थी तो दावा किया गया था कि बसें सारे एडवांस सेफ्टी से लैस हैैं। मगर जब दावों का फैक्ट चेक किया गया तो ये दावे पूरी तरह खोखले निकले। इतना ही नहीं, यात्रियों को आज तक बसों के रूट मैप और जीपीएस पोजिशन की सुविधा तक नहीं मिल पाई है, जबकि 50 इलेक्ट्रिक बसें करीब सात रूटों पर फर्राटा भर रही हैैं। इस स्थिति को देखकर यही कहा जा सकता है कि बसों में एडवांस सेफ्टी फीचर बस दिखाने के लिए हैैं, चलाने के लिए नहीं।
कैमरे, हूटर, मॉनिटरिंग के दावे
सफर के लिहाज से गर्मियों में एसी और ठंडी में सर्द हवाओं से बचाव को ये बस बेमिसाल हैै। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से ये बसें दूसरी बसों से अलग नहीं। यूं तो इन बसों में आपातकालीन विंडो और हूटर लगाए जाने का दावा किया गया था। दावों के मुताबिक ही बसों में दिव्यांगजनों के लिए रैंप की सुविधा मुहैया थी। मगर समस्या ये है कि ये सब सुविधाएं आज तक केवल दावों में ही सीमित हैैं।
फर्स्ट एड किट ही नहीं
इतना ही नहीं, इलेक्ट्रिक बसों में आपात स्थिति में बचाव के लिए फस्र्ट एड किट और फायर सिस्टम लगाए गए थे। मगर अब अधिकतर बसों में फस्र्ट एड किट और फायर सिस्टम के नाम पर खाली बॉक्स लगे हुए हैं।
इन बसों में स्पीड कंट्रोलर के साथ जीपीएस सिस्टम, पैनिक बटन जैसी बेसिक सुविधाओं के साथ एडवांस ब्रेक्रिंग सिस्टम की सुविधा भी दी गई है। मगर पैनिक बटन को अभी तक पुलिस कंट्रोल रूम के साथ नहीं जोड़ा गया है। साथ ही जीपीएस की सुविधा के लिए जो ऐप जरूरी थी, वो भी अभी वेटिंग में है। इसके अलावा जीपीएस मॉनिटरिंग की किसी प्रकार की व्यवस्था लोहियानगर या सोहराबगेट पर नहीं की जा सकी है।
इन सेफ्टी फीचर्स का किया गया था दावा
पांच सीसीटीवी कैमरे
28 आरामदायक सीटें
दिव्यांगों के लिए रैैंप की सुविधा
पूरी तरह से एसी
एक बार चार्ज करने पर 150 किमी का सफर
जीरो उत्सर्जन
डिस्प्ले पर दिखेंगे स्टॉपेज
10 पैनिंग बटन होंगे बस में
ऑटोमैटिक क्लच और गियर
लाउडस्पीकर होगा एनाउंसमेंट
जीपीएस से मिलेगी बसों की लोकेशन
उच्च क्षमता के ब्रेक सिस्टम
40 से 45 मिनट में चार्ज होगी बस
दरवाजे बंद होने पर ही चलेगी बस
ऑटोमैटिक दरवाजे
सीट के पास ही स्टॉप बटन
लोहियानगर से मोदीनगर
लोहियानगर से मोदीपुरम एटूजेड कालोनी
गढ़ रोड मेडिकल कालेज से बाईपास स्थित मेडिकल कालेज
मेडिकल से लखवाया वाया हापुड़ अड्डा
मेडिकल से लखवाया वाया जेल चुंगी
लोहियानगर से रेलवे स्टेशन
मेडिकल से मवाना, हस्तिनापुर इलेक्ट्रिक बसें पूरी तरह से सुरक्षित हैं। बस में ओवर स्पीड कंट्रोल सिस्टम के साथ एडवांस ब्रेकिंग सिस्टम तक लगे हुए हैं। पैनिक बटन, जीपीएस जैसे कुछ फीचर अभी चालू नहीं है, जिनको जल्द चालू किया जाएगा।
विपिन सक्सेना, एआरएम