Meerut News : मौका मिलेगा तो अब दिखाएंगे...कितनी कलाकारी करते हैैं हम
मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू में अब जल्द ही 120 सीटर ओपन थिएटर बनेगा। साथ ही 200 सीटर ऑडिटोरियम का भी निर्माण होगा। इससे स्टूडेंट्स को टैलेंट निखारने में मदद मिलेगी। यह सौगात सीसीएस यूनिवर्सिटी कैंपस में संचालित पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल को मिली है। यह ओपन थिएटर स्टूडेंट्स को अपनी प्रतिभा को निखारने का नया मंच देगा। यूनिवर्सिटी कैम्पस में ये पहला ओपन थिएटर होगा। इसके साथ ही पार्क और ऑडोटोरियम बनाने की प्लानिंग है।
10 लाख रुपए होगी लागत
सीसीएसयू के पत्रकारिता विभाग में इस थिएटर के निर्माण की तैयारियां हो गई हैं। इसकी लागत करीब 10 लाख रुपए होगी। इसमें न सिर्फ विभाग के स्टूडेंट्स बल्कि बाहरी विभागों के स्टूडेंट्स भी आकर विभिन्न तरह की गतिविधियां जैसे नाट्य मंचन की तैयारियां, टीवी डिबेट प्रोग्राम आदि में पार्टिसिपेट कर पाएंगे। वहीं, जनसंचार स्कूल में जल्द ही ऑडिटोरियम की भी नींव पडऩे जा रही है। बताते हैं कि 200 सीट का यह ऑडिटोरियम सभी सुविधाओं से युक्त होगा। इसमें स्टूडेंट्स सांस्कृतिक गतिविधियों की तैयारी व प्रस्तुति दे सकेंगे। यह ऑडिटोरियम भी थियेटरनुमा होगा। जिसमें नाट्य फिल्म की प्रस्तुति की जा सकेगी।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पर भी जोर
हॉस्टल्स में रहने वाले स्टूडेंट्स के बीच साप्ताहिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से जोडऩे का काम भी यूनिवर्सिटी कर रही है। इसका मकसद स्टूडेंट्स की प्रतिभा को सामने लाने है। ऐसे में ये ओपन थिएटर और थियेटरनुमा ऑडिटोरियम हॉस्टल के स्टूडेंट्स को भी नया मंच देगा।
खुशबू हमारी भी कुछ दोस्तों की टीम है जो थिएटर में रूचि रखते हैं, लेकिन उनको वो प्लेटफार्म नहीं मिल पाता है, अब यह सुविधा कैम्पस में ही होगी, यह बहुत अच्छा है।
कार्तिक यूनिवर्सिटी में थिएटर बनने जा रहा है यह जानकारी बहुत ही खुशी हुई। यह बहुत ही सराहनीय कदम उठाया जा रहा है। इससे हमें बहुत फायदा है, अपनी प्रतिभाओं को आगे लाने का मौका मिलेगा।
कोमल यह थिएटर स्टूडेंट्स की प्रतिभा को निखारने में सहायक साबित होगा। यहां नाट्य मंचन, डिबेट आदि की तैयारियां कर सकते हैं। कलाकारों के रूप में स्टूडेंट्स को निखारने के लिए अच्छा प्लेटफार्म होगा।
डॉ। प्रशांत कुमार, हेड ऑफ मास कॉम, सीसीएसयू
ऑडिटोरियम के जरिए प्रयास किया जाएगा कि थिएटर में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को मंच मिले। अगर यह सफल साबित होता है तो उसके बाद कुछ और बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा ताकि स्टूडेंट्स को आगे बढऩे का मौका मिले।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू