61 फीसदी शहरवासियों ने कहाकि स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान भी साफ-सफाई नहीं दिखती है 73 फीसदी लोग बोले कि आज तक शहर गार्बेज फ्री नहीं हुआ है


मेरठ ब्यूरो। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों में जुटा नगर निगम इस बार भी अपनी रैंक सुधारने का दावा कर रहा है। लेकिन हर साल की तरह सर्वेक्षण की तैयारियां केवल दावों तक ही सीमित है। यह हम नही बल्कि शहर के लोग कह रहे हैं जिनकी नजर में शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण कब होता हे कब नही होता यह तक शहर के लोगों को पता तक नही चलता है। क्योंकि इस सर्वेक्षण के दौरान ना तो शहर में कोई बदलाव दिखाई देता है और ना ही कोई असर दिखता है।

सोशल मीडिया पर रखी राय
शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर क्या तैयारियां हैं। आखिर कैसी तैयारियां हैं। कूड़ा निस्तारण और साफ-सफाई के लिए क्या निगम ने तैयारी मुकम्मल है। इसके लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने सोशल मीडिया पर सर्वे कराया। लोगों ने ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम आदि पर अपनी राय रखी। सोशल मीडिया के इस सर्वे में करीब 150 से 200 लोगों ने राय रखी। ये सभी लोग शहर के अलग अलग इलाकों से थे। आम तौर पर लोगों ने कहा कि सर्वेक्षण केवल शहर के वीआईपी क्षेत्रों तक सीमित रहता है वहीं पर इस सर्वे के लिए साफ सफाई कराई जाती है।
------------------
क्या स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान पूरे शहर में सफाई दिखती है।
हां 26 फीसदी
नहीं 61फीसदी
पता नहीं 13फीसदी


क्या स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए निगम द्वारा शहर में कुछ प्रयास हुए हैं।
हां 42 फीसदी
नहीं 50 फीसदी
पता नहीं 8 फीसदी

क्या आपको लगता है कि शहर गार्बेज फ्री हो गया है।
नहीं 73 फीसदी
हां 22 फीसदी
पता नहीं 5 फीसदी

Posted By: Inextlive