हस्तिनापुर में 150 हेक्टेयर होगी ग्रीनरी
आई एक्सक्लूसिव
- कब्जे से मुक्त कराकर भू-भाग पर उगाए जाएंगे फलदार पेड़ - पशुपालन विभाग ने तैयार की कार्ययोजना, जल्द होगा कायाकल्प Meerut: हस्तिनापुर में पशुपालन विभाग की 150 हेक्टेयर भूमि पर जिला प्रशासन ग्रीनरी डेवलेप करेगा। छायादार और फलदार पौधों को उगाया जाएगा। जिलाधिकारी पंकज यादव के निर्देशन में पूर्ण कार्ययोजना तैयार हो रही है। मानसून से पहले डीएम ने पशुपालन विभाग के साथ बैठक कर इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में सर्वे कर विस्तृत कार्य योजना बना लें। मानसून से पहले पौधरोपण कर लें और पौधों की प्रजाति को सुनिश्चित कर लें। डीएम ने सुझाव दिया कि फलदार पौधे लगाए जाएं। फल आने पर उससे पशुपालन विभाग को आय भी होगी। करनी होगी बोरिंगगौरतलब है कि पशुपालन विभाग की इस भूमि पर फिलहाल स्थानीय का कब्जा है। पुलिस-प्रशासन की मदद से इस भू-भाग को कब्जामुक्त कराना होगा। बता दें कि अभी इस भू-भाग पर ग्रामीण चारा आदि फसलें उगा रहे हैं। बेरीकेडिंग कराने के बाद पौधरोपण की प्रक्रिया शुरू होगी।
कमिश्नर के संज्ञान परगत दिनों कमिश्नरी सभागार में हुई बैठक के बाद कमिश्नर आलोक सिन्हा ने जिलाधिकारी को हस्तिनापुर के इस भू-भाग पर ग्रीनरी डेवलेप करने के निर्देश दिए थे। कमिश्नर के निर्देश पर जनपद की सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त कराकर उन पर ग्रीनरी और चारगाह विकसित करने की योजना जिला प्रशासन तैयार कर रहा है।
--- पशुपालन विभाग के इस भू-भाग पर लंबे समय से क्षेत्रीय निवासियों का कब्जा है। कब्जामुक्त कराकर इस भू-भाग पर फलदार और छायादार पौधों को रोपित किया जाएगा। मानसून से पहले पौधरोपण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। पंकज यादव, जिलाधिकारी, मेरठ