महंगी बिक रही हरी मिर्च क्योंकि बड़ी दूर से आई है
मेरठ (ब्यूरो)। लोकल फसल खत्म होने के कारण शहर की मंडियों में इस समय कोलकाता, सिलीगुड़ी, कूच बिहार और गुवाहटी से आने वाली हरी मिर्च की सप्लाई हो रही है। शादियों का सीजन शुरू हो चुका है ऐसे में मंडियोंं में सभी प्रकार की सब्जियों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। लोकल मिर्च की कमी के चलते हरी मिर्च का दाम 100 से 120 रुपये किलो तक पहुंच गया है। पूरे जनपद समेत आसपास के क्षेत्रों में दूसरे प्रदेशों से आने वाली हरी मिर्च सप्लाई हो रही है।
रामपुर-बरेली वाली मिर्च खत्म
दरअसल, सर्दियों की शुरुआत से पहले लोकल मिर्च समेत रामपुर-बरेलीऔर शाहजहांपुर आदि शहरों से मिर्च की आमद थी। यह फसल चार माह तक रहती है। अब सर्दियां खत्म होने के साथ ही सप्लाई बंद हो चुकी है। ऐसे में केवल पहाड़ी मिर्च का ही विकल्प बचा है। इसलिए दिल्ली समेत यूपी की सब्जी मंडी में इस समय पहाड़ों की मिर्च की सप्लाई हो रही है।
बढ़े सब्जियों के दाम
शादियों के सीजन की शुरुआत होते ही आलू और गाजर को छोड़कर सभी सब्जियों के दाम पहले की तुलना में 10 से 20 रुपये तक बढ़ गए हैं। ओलावृष्टि और बारिश से सब्जी की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसी वजह से खासकर हरी सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं। हरी मटर एक हफ्ते पहले 40 रुपये में बिकती थी, अब कीमत 50 रुपये प्रति किलो हो गई है। करेला 120, लाल शिमला मिर्च 100, हरी मिर्च 100 रुपये किलो बिक रही है।
यह हैं सब्जियों के दाम
पहले आज
हरी मिर्च 60 से 70 रुपये 100 से 120 रुपये
प्याज 20 से 25 रुपये 50 से 55 रुपये
हरी मटर 40 रुपये 50 रुपये
करेला 50 से 60 रुपये 120 रुपये
लाल शिमला मिर्च 70 से 80 रुपये 100 रुपये
मंडी में पुरानी फसल पूरी तरह से खत्म हो चुकी है और नई फसल कोलकाता, बिहार से आ रही है। साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो गया है इसलिए भी डिमांड बढऩे से दाम बढ़ रहा है।
भूषण शर्मा, अध्यक्ष, नवीन सब्जी मंडी मिर्च के दाम जनवरी माह से लगातार बढ़ रहे हैं। फिलहाल मंडी में 100 रुपये किलो मिर्च के दाम हें। ऐसे में ग्राहकों के लिए हरी मिर्च बजट से बाहर हो गई है।
सुभाष, सब्जी विक्रेता
मिर्च के साथ कई अन्य सब्जियों के दाम इस मौसम में बढ़ जाते हैं। यह हर साल होता है लेकिन इस साल मिर्च के दाम में काफी अधिक इजाफा हुआ है। इसके बिना तो सब्जी में स्वाद भी नहीं आता।
पूजा शर्मा
खुशी सिंह