शासन ने बैठक में लिया फैसला, पेरेंट्स ने दी मिली जुली प्रतिक्रियाएं

Meerut। बीते दो साल से बेपटरी हो रहे स्कूलों की सुध आखिरकार सोमवार को शासन ने ले ही ली। यूपी सरकार ने टीम 9 के साथ हुई बैठक में 16 अगस्त से 9वीं से 12वीं तक स्कूल खोलें जाने की अनुमति दे दी है। जिसके बाद से ही स्कूल संचालक काफी खुश नजर आ रहे हैं।

स्कूल खुश, पेरेंट्स कन्फ्यूज्ड

लंबे समय बाद स्कूल खुलने को लेकर जहां सिटी के स्कूल प्रिंसिपल काफी खुश हैं वहीं पेरेंट्स की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बिना वैक्सीनेशन जहां काफी पेरेंट्स बच्चों को स्कूल भेजने के हक में नहीं हैँ वहीं कुछ बच्चों की पढ़ाई और फ्यूचर के लिए इसे सही फैसला मान रहे हैं।

बोलें प्रिंसिपल्स

लांग अवेटिड डिसीजन है। स्कूल खोले जाने को लेकर काफी अच्छा और जरूरी फैसला आया है। ऑनलाइन स्टडीज में स्टूडेंट्स इतना बेहतर नहीं कर पाते हैं जितना आमने सामने कर सकते हैं।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

टीचर्स और बच्चों को आमने सामने आने का मौका मिलेगा। ऑनलाइन से संतुष्टि नहीं मिल रही थी। अगर स्कूल नहीं खुलते तो स्टूडेंट्स और देश काफी पीछे जा सकते हैं।

एके दूबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

स्कूल खुल रहे हैं काफी अच्छा निर्णय हैं। इससे स्कूल संचालक और टीचर्स काफी खुश हैं। स्टूडेंट्स के लिए भी य फैसला काफी लाभदायक है।

नरेश कुशवाहा, प्रिंसिपल, महावीर इंटरनेशनल स्कूल

बिल्कुल सही निर्णय है। अब सब कुछ अनलॉक हो रहा है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल भी खुल जाने चाहिए।

डा। नीरा तोमर, प्रिंसिपल, मल्हू आर्या सिंह इंटर कॉलेज

ट्वीटर पर आई लोगों की प्रतिक्रियाएं

सही निर्णय 2 साल होने को है बच्चों की पढ़ाई एक दमख़त्म हो चुकी है। हम अपने घर पर ही अगर देखे तो बच्चे कहां से कहां पहुचे हैं। आप ये अहसास खुद कर सकते है, लेकिन स्कूल में कड़ाई से कोरोना के नियमों का पालन कराया जाए। तभी बच्चों को स्कूल भेजा जाएगा।

पंकज विहान

इन सबके साथ कॉलेज में अपना प्रोजेक्ट करने वाले छात्रों को भी बुलाना जरूरी हैं। कॉलेज वाले छात्रों का ज्यादा नुकसान हो रहा है.आगे कॉलेज नहीं तो एक तरह से बेरोजगारी को बढ़ावा देने का काम हो रहा हैं। वैक्सिनेशन करा लेने वाले छात्रों को कॉलेज में आने की अनुमति मिलनी चाहिए।

नीलेश गोविंद

अभी सरकार को इंटरमीडिएट तक के स्कूलों को खोलने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। पहले डिग्री कॉलेज खोलकर एक महीने चला लें, उसके बाद स्कूलों को खोलना चाहिए

योगेंद्र कुमार त्यागी

स्वास्थ्य एवं शिक्षा दोनों आवश्यक है। शिक्षा घर से संभव नहीं है। अत: वैक्सीन के साथ या अन्य सुरक्षात्मक उपायों के साथ विद्यालय खोले जाने चाहिए।

केपी मिश्रा

सही निर्णय सही समय पर लिया गया। बच्चों का भविष्य भी जरूरी है। स्कूल वाले तो हर तिमाही पर फीस (पूरी) का मैसेज भेज देते हैं और पढ़ाई न के बराबर। ऑनलाइन क्लासेज में बच्चे ठीक तरीके से पद भी नही पाते है। हम तो स्कूल बंद होने से बच्चो के भविष्य की चिंता सता रही थी।

प्रभात गुप्ता

स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों का भविष्य भी जरूरी है.ऑनलाइन क्लासेज में बच्चे सही से पढ़ नहीं पा रहे हैं। स्कूल बंद होने से अभिभावकों को बच्चों के भविष्य की चिंता होनी स्वाभाविक है, क्योंकि बिना सही गाइडेंस से बच्चे को अपनी शैक्षिक समस्याओं का समाधान नहीं मिलता।

वीरेंद्र कुमार

वैक्सीन लगे पहले बच्चों को जब स्कूल खोला जाएं।

डा। संजीव अग्रवाल

वैक्सीनेशन के बाद ही स्कूल खोले जाने चाहिए। इससे पहले ये रिस्की हो सकता है।

परमवीर सिंघल

अभी नही, पहले स्टूडेंटस का वैक्सीनेशन उसके बाद ही स्कूल खुले

राजेश कुमार भारद्वाज

बिल्कुल सही निर्णय है।

नीरज कौशिक

पहला कदम उठाना बहुत जरूरी है। उसके बाद छोटे छोटे कदम उठाएं जाएं। स्थिति का एनालिसिस करना चाहिए। बच्चों ने पहले ही काफी कुछ मिस कर दिया है।

शालिनी

Posted By: Inextlive