देशभर में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक बैन हो चुका है। मेरठ में भी नगर निगम का प्रवर्तन दल लगातार सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ एक्शन ले रहा है। इतना ही नहीं पांच साल में जब्त किए गए करीब 22 टन सिंगल यूज प्लास्टिक का ढेर निगम के स्टोर रूम में लग चुका है। प्लास्टिक पर प्रतिबंध से भी बड़ी समस्या अब इसके निस्तारण को लेकर निगम के सामने खड़ी हो गई है।

मेरठ (ब्यूरो)। ऐसा नहीं है कि प्लास्टिक के निस्तारण की योजना पहले नहीं बनी, बनीं लेकिन कागजों तक ही सिमटकर रह गई। अब अपडेट यह है कि निगम इस प्लास्टिक से फर्नीचर तैयार करवाएगा। जिसके लिए एक कंपनी से एग्रीमेंट की तैयारी भी चल रही है। शहर में जारी विभिन्न अभियानों में जब्त अवैध पॉलिथिन का ढेर हर माह निगम मे स्टोर रूम में बढ़ता जा रहा है। इस स्टाक के निस्तारण के लिए कुछ साल पहले नगर निगम ने प्लास्टिक से बिजली बनाने की योजना बनाई थी। मगर ये योजना कागजों तक सिमटकर रह गई। इसके बाद अब नगर निगम ने इस प्लास्टिक के निस्तारण के लिए गाजियाबाद की कंपनी से बातचीत शुरू की है। गाजियाबाद की कंपनी निगम से सारा प्लास्टिक खरीदकर उसको रिसाइकल करेगा। जानकारी के मुताबिक कंपनी का प्रस्ताव निगम को पसंद आ गया है और जल्द ही इस बाबत अनुबंध भी हो जाएगा।

पॉलिथिन से बनेगा फर्नीचर
दरअसल, गाजियाबाद की कंपनी वेस्ट प्लास्टिक और पॉलिथिन से फर्नीचर बनाने का काम करती है। कंपनी मेरठ से पॉलिथिन का खरीदकर उसको फर्नीचर में बदलेगी। यह फर्नीचर कुर्सी, मेज, बैंच, अलमारी के रूप में निगम को वापस मिल जाएगा। इसका उपयोग निगम अपने कार्यालय में करेगा।

पार्कों में सजेगा फर्नीचर
कार्यालय की जरुरत पूरा होने के बाद नगर निगम प्लास्टिक फर्नीचर की शहर के पार्कों में सजावट में इस्तेमाल करेगा। वहीं प्लास्टिक से पार्कों के लिए झूले भी तैयार करवाए जाएंगे। इस प्लास्टिक फर्नीचर को आकर्षक रंगों व अलग-अलग डिजाइन में तैयार किया जाएगा ताकि पार्कों की सुंदरता भी बढ़े।

प्लास्टिक के निस्तारण के लिए यह बेहतरीन विकल्प है लेकिन जरुरी है कि यह योजना फाइलों तक ही सीमित न रहे।
नीरज

प्लास्टिक का निस्तारण वैज्ञानिक विधि से कर फर्नीचर बनाया जाएगा। इससे बेहतर निस्तारण का कोई तरीका हो ही नहीं सकता।
देव

प्लास्टिक का फर्नीचर बरसात, गर्मी में जल्दी खराब नहीं होता। पार्कों में इससे सौंदर्यीकरण भी बढ़ेगा। योजना तो अच्छी है, बस सही से पूरी हो जाए।
डॉ। नफीस

पांच साल से पॉलिथिन एकत्र हो रही है। इतने साल से निस्तारण अब तक हो नहीं सका। इसलिए जरुरी है प्लास्टिक का सही प्रकार से निस्तारण हो।
गौरव

करीब 22 टन पॉलिथिन को अब तक जब्त कर स्टोर किया जा चुका है। लंबे समय से इस इस पॉलिथिन के निस्तारण पर मंथन चल रहा था। अब हमने गाजियाबाद की एक कंपनी से बात की है, जो इस पॉलिथिन का फर्नीचर बनाकर हमको देगी। जल्द कंपनी से एग्रीमेंट किया जाएगा।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त

Posted By: Inextlive