शहर के विकास पर विधानसभा चुनाव के चलते लागू आचार संहिता ने पूरी तरह से ब्रेक लग दिया है. कई विकास कार्य जो कि इस साल के शुरू होने से पहले विभिन्न विभागों की बैठकों में स्वीकृत किए गए थे वो भी अटक गए हैं. इसमें नगर निगम के करीब 15 करोड़ समेत एमडीए के करीब 12 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के टेंडर स्वीकृत होने के बाद अटके पड़े हैं.

मेरठ (ब्यूरो). शहर के विकास पर विधानसभा चुनाव के चलते लागू आचार संहिता ने पूरी तरह से ब्रेक लग दिया है। कई विकास कार्य जो कि इस साल के शुरू होने से पहले विभिन्न विभागों की बैठकों में स्वीकृत किए गए थे, वो भी अटक गए हैं। इसमें नगर निगम के करीब 15 करोड़ समेत एमडीए के करीब 12 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के टेंडर स्वीकृत होने के बाद अटके पड़े हैं। कुछ ऐसा ही ही हाल नगर निगम, आवास विकास और रोडवेज का रहा। इन विभाग के भी करोड़ों रुपए के विकास कार्यों पर आचार संहिता ने ब्रेक लगा दिया।

बढ़ रही परेशानी
आचार संहिता लागू होने से कई ऐसे काम प्रभावित हुए हैं जो आमजन के लिए परेशानी बने हुए थे। इनमें सड़कों की मरम्मत से लेकर नाले-नालियों और पुलियों आदि के निर्माण से लेकर पार्कों के सौंदर्यीकरण, स्मार्ट रोड आदि शामिल हैं।

कॉलोनियों के विकास कार्य
नगर निगम अधिकारियों के अनुसार आचार संहिता से पहले ही एमडीए की कॉलोनियों में विकास कार्यों के लिए 10 करोड़ रुपये निगम को मिले थे। इन 10 करोड़ के कार्यों की अभी प्रक्रिया ही चल रही थी कि अब चुनाव की घोषणा हो गई। इसी तरह बोर्ड फंड के करीब 5 करोड़ के 18 कार्यों पर भी ब्रेक लग गया है। निगम अधिकारियों के अनुसार अब आचार संहिता समाप्त होने के बाद ही कोई नया काम होगा।

पार्कों के सौंदर्यीकरण पर ब्रेक
इसके अलावा स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए गत वर्ष नंवबर माह में नगर निगम ने शहर के पांच पार्कों का सौंदर्यीकरण के लिए चयन किया था। इस योजना के मुताबिक नगर निगम को 15वें वित्त आयोग से 2.5 करोड़ की लागत से पार्कों के सौंदर्यीकरण का काम कराना था। मगर काम शुरू होने में देरी के कारण अब नए पार्कों के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ पुराने पार्कों का भी जीर्णोद्धार भी अधर में अटक गया है।

मॉडल पार्क अधर में
इस योजना के साथ ही नगर निगम को नालों के किनारे खाली पड़ी ग्रीन बेल्ट की जगह को बाउंड्री बनाकर बतौर पार्क विकसित करना था। इसके लिए शहर में कई जगह काम भी शुरू हो गया। इसमें जागृति विहार सी ब्लॉक के नाले के किनारे ग्रीन बेल्ट, शास्त्रीनगर एल ब्लॉक तिराहे से तेजगढ़ी चौराहे तक ग्रीन बेल्ट पर पार्क विकसित कर उसमें बेंच, लाइट, झूले आदि लगाकर सौंदर्यीकरण करने की योजना अधर में अटक गई है।

12 करोड़ के काम अटके
वहीं शहर के विकास के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण की ओर से प्रस्तावित करीब 11.49 करोड़ के कामों पर आचार संहिता का ब्रेक लग गया है। मेरठ महायोजना 2031 की पिछले माह प्रस्तावित विशेष बोर्ड बैठक स्थगित होने के बाद यह योजना रुकी पड़ी हैं। इसमें एमडीए की ओर से हाल ही में अपनी कॉलोनियों में सड़क निर्माण, सीवर निर्माण, नाला निर्माण इंटरलॉकिंग टाइल्स आदि के काम शामिल हैं।

इन कामों पर लगे ब्रेक
सर्किट हाउस से कमिश्नरी चौराहे तक वाईफाई जोन
अंडरग्राउंड केबल से लैस सर्किट हाउस पर विकास पथ
परतापुर इंटरचेंज पर खेल स्तंभ
2.5 करोड़ की लागत से पार्कों के सौंदर्यीकरण का काम
गंगानगर योजना में 45 मीटर चौड़े महायोजना मार्ग पर इंटरलॉकिंग टाइल्स
तेजगढ़ी से एल ब्लॉक तिराहे तक सर्विस लेन पर ग्रीन बेल्ट
आवास विकास में सेक्टर 3 और 5 में भूखंडों का आवंटन
बागपत रोड से वेदव्यासपुरी तक सीवर लाइन, एसटीपी व पंपिंग स्टेशन निर्माण
सर्किट हाउस से कमिश्नरी चौराहे तक विकास पथ का निर्माण
लोहियानगर में मार्ग निर्माण, पार्क बाउंड्री वॉल, सीवर लाइन जोडऩे आदि
हापुड़ अड्डे पर पुराने बैरियर हटाकर जर्सी बैरियर लगाना
जेजेएच मेडिकेयर अस्पताल रामगढ़ी विश्वविद्यालय रोड में सीवर लाइन
रोडवेज वर्कशॉप के रूड़की रोड पर शिफ्टिंग का काम

वर्जन
आचार संहिता के चलते कुछ काम प्रभावित हुए जो शुरु नही हो सके थे। जो चल रहे थे उनको जारी रखकर पूरा कराया जा रहा है।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगरायुक्त

Posted By: Inextlive