कूड़े से कब मिलेगी निजात
8 से 10 करोड़ रुपये सफाई के लिए हर साल खर्च करता है निगम
30 टन प्रतिघंटे और 600 टन प्रतिदिन कूडे़ का निस्तारण हो रहा लोहियानगर प्लांट में 900 मीट्रिक टन कूड़ा रोजाना निकलता है शहर में Meerut। शहर में कूड़ा निस्तारण ठीक ढंग से न हो पाने के कारण स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में बेहतर रैंक नहीं मिल सकी थी। इसका कारण नगर निगम के आला अधिकारियों की लापरवाही रही। कूड़ा निस्तारण को लेकर बनाई गई योजनाएं महज बेमानी साबित हो गई। ऐसी योजनाएं जिनके बाद भी शहर का कूड़ा ना तो सड़कों से कम हो रहा है और ना ही डंपिंग ग्राउंड से खत्म होने का नाम ले रहा है। प्लांट होने के बाद भी गांवड़ी और लोहियानगर में कूडे़ के पहाड़ बने हैं। ऐसे में ये प्लांट निगम की लापरवाही को साफ दर्शा रहे हैं। योजनाओं तक सीमित निस्तारणनिगम के पास शहर के साफ करने और अपनी रैकिंग सुधारने के लिए योजनाएं तो हजारों हैं, लेकिन वह योजनाएं केवल फाइलों और मीटिंग तक सीमित है। जैसे नगर निगम शहर की सफाई पर हर साल करीब 8 से 10 करोड़ रुपये खर्च करता है। इसके बाद भी शहर में जगह-जगह अस्थाई खत्ते बने हुए हैं। इतना ही नही निगम के डस्टबिन तक खुद कचरा बन चुके हैं या चोरी हो चुके हैं। गलियों और कॉलोनियों से निकलने वाला कचरा कूड़ाघरों तक पहुंचने के बजाए जगह जगह सड़क किनारे ही फेंक दिया जाता है। वहीं डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन दो साल में शत प्रतिशत नही हो सका है ऐसे में गली मोहल्लों का कूड़ा इधर उधर ही फेंक दिया जाता है।
नही हो पा रहा निस्तारण नगर निगम ने शहर से रोजाना निकलने वाले 900 मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण भी निगम के लिए किसी समस्या से कम नही बना हुआ है। पहले मंगतपुरम में कूडे़ का पहाड़ फिर गांवड़ी में कूड़े का पहाड़ लगने के बाद अब नगर निगम तीन साल से हापुड़ रोड पर लोहियानगर में कूड़ा का पहाड़ खड़ा कर चुका है। हालांकि इसके निस्तारण के लिए लोहियानगर में निस्तारण प्लांट भी शुरु हो चुका है इसमें 30 टन प्रतिघंटे और 600 टन प्रतिदिन कूडे़ का निस्तारण किया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी यहां कूडे़ का ढेर कम होने में दो साल का समय लग जाएगा। वहीं मंगतपुरम और लोहियानगर में अभी तक प्लांट नहीं लग सके हैं। सितंबर में शुरूआतनगर निगम शुरुआत में पांच स्थानों के लिए 10 पोर्टेबल कांपेक्टर के साथ कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन शुरू करेगा। इसके लिए 10 पोर्टेबल कांपेक्टर और चार हुक लोडर खरीदने का टेंडर नगर निगम की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। ये टेंडर अगले माह 8 से 10 सितंबर को खुल सकते हैं। इसके बाद टेंडर जल्द से जल्द फाइनल कर पांच स्थानों पर यह पोर्टेल कांपेक्टर रखकर कूड़े को गली मोहल्लों से एकत्र किया जाएगा और रोजाना इस स्टेशनों से डंपिंग ग्राउंड तक कूड़ा पहुंचाया जाएगा।
5 स्थानों पर शुरु होगा स्टेशन इस योजना के तहत कंकरखेड़ा मार्शल पिच, मंगलपांडे नगर, माधवपुरम, बच्चा पार्क और पुराना कमेला में कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाने के लिए जगह निर्धारित की जा चुकी है। इन कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन के तीन तरफ दीवार बनाई जाएगी और इनको ऊपर से ढका जाएगा। इन कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर कैप्सूल के आकार के दो-दो बंद पोर्टेबल कांपेक्टर रखे जाएंगे। इन पोर्टेबल कांपेक्टर को उठाकर डंपिंग ग्राउंड तक ले जाने के लिए चार हुक लोडर खरीदे जाएंगे। यहां बनेगा कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन कंकरखेड़ा मार्शल पिच, मंगलपांडे नगर, माधवपुरम, बच्चा पार्क और पुराना कमेलाइस साल कई नई योजनाएं चलाकर कूडे़ के निस्तारण को तेजी से किया जा रहा है। वहीं गांवड़ी और लोहयानगर में कूड़ा रिसाइकल किया जा रहा है। जल्द शहर को कूडे़ की समस्या से निजात मिलेगी।
डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी