- सीसीएस यूनिवर्सिटी के बॉटनी विभाग में पीएचडी छात्रा ने किया शोध।

Meerut- यूकेलिप्टस की उपयोगिता अभी खत्म नहीं हुई है। लवणीय और प्रदूषित भूमि पर अब यूकेलिप्टस उगाकर पर्यावरण को शुद्ध किया जा सकेगा। लवण और लेड की एक निश्चित मात्रा के उपयोग को यूकेलिप्टस का पौधा सहन कर लेता है। जो भूमि कृषि योग्य फसलों को उगाने के लिए उचित नहीं है।

छात्रा ने शोध किया पूरा

सीसीएस यूनिवर्सिटी में बॉटनी विभाग की छात्रा रोमा रानी ने प्रोफेसर वाई विमला के निर्देशन में शोध को पूरा किया है। उन्होंने लवणीय व प्रदूषित भूमि को उपयोग में लाने के लिए यूकेलिप्टस की केमालड्यूलेनसिस प्रजाति पर ऊतक संवर्धन विधि द्वारा लवण व लेड के प्रभाव का अध्ययन किया। शोध में बताया गया है कि 100 मिली मोल सोडियम क्लोराइड जोकि यूकेलिप्टस केमालड्यूलेनसिस की ग्रोथ के लिए हानिकारक होता है। लेकिन यदि लवण के साथ एक निश्चित मात्रा तक लेड 100 मिलीग्राम लीटर का उपयोग किया जाए तो यूकेलिप्टस के मालड्यूलेनसिस की ग्रोथ में सहायक सिद्ध होता है। जिसके कारण प्रोलीन यानि ओरमोटिक एडजेस्टरमेंट , फिनोल्किस पदार्थो की बढ़ोतरी व केल्शियम व लेड के बीच प्रतिस्पर्धा समझा जाता है। लेकिन ऐसी लवणीय व प्रदूषित भूमि की जांच व उसके अनुसार पौधों का चयन अत्यंत अवश्यक है।

शोध क्यों है महत्वपूर्ण

देशभर में लवणीय मृदा व प्रदूषित मृदा की काफी अधिकतम है। लेडयुक्त पेट्रोल का ऑटोमोबाइल्स में उपयोग, पेंट व बेट्रीज से लगातार लेह प्रदूषण बढ़ रहा है। जो वातावरण में या तो जल प्रदूषण या मृदा प्रदूषण के रुप में फैलता जा रहा है। उपजाऊ भूमि की कमी को देखते हुए और ऐसी लवणीय व प्रदूषित भूमि को उपयोग में लाकर पर्यावरण को शुद्ध किया जा सकता है।

यूकेलिप्टस की उपयोगिता

यूकेलिप्टस केमालड्यूलेनसिस एक मध्यम साल्ट टालरेट व फास्ट ग्रेविंग प्रजाति के रुप में जाना जाता है। यूकेलिप्टस ऐसा वृक्ष है जिसकी ग्रोथ तेजी से होती है। इसकी लकड़ी का बहुत उपयोग किया जा सकता है। पर्यावरण में कार्बनडाइ ऑक्साइड की मात्रा को बढ़ाने में तथा भूमि की उर्वरता को बढ़ाने व हानिकारक लवणों से छुटकारा दिलाने में सहायक है।

ये होगा लाभ

- लवणीय प्रदूषित भूमि का उपयोग व पर्यावरण शुद्ध होगा।

- नाले के आसपास की लवणीय भूमि का उपयोग किया जा सकेगा।

- जहां खेती नहीं कर सकते हैं वहां ऐसे पेड़ उगाए जा सकते हैं।

- रेलवे स्लीपर्स, प्लाईवुड व पेपर के लिए लकड़ी का प्रयोग किया जा सकता है।

लवणीय, दलदलीय व प्रदूषित भूमि पर यूकेलिप्टस उगाकर ऐसी भूमि को उपयोगि बनाया जा सकता है।

डॉ। वाई विमला, विभागाध्यक्ष, बाटनी

जब भी हमें कोई नई रिसर्च करनी होती है तो उसके लिए पहले कुछ नया सोचना पड़ता है। क्योंकि जबतक हम कुछ नया नहीं सोचते तो कुछ कर भी नहीं सकते हैं।

रोमा रानी, छात्रा,

Posted By: Inextlive