निजी कंपनी के माध्यम से शहर के कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को शुरू हुए सात माह से अधिक का समय बीत चुका है। बावजूद इसके कंपनी ने सफाई कर्मचारियों को वेतन का भुगतान नहीं किया है। जिसके चलते कर्मचारियों ने नगर निगम के डिपो पर ताला जड दिया।

मेरठ (ब्यूरो)। निजी कंपनी के माध्यम से शहर के कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को शुरू हुए सात माह से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन अभी तक कंपनी इस व्यवस्था को शत प्रतिशत सभी वार्डों में लागू नहीं कर पाई है और ना ही निगम को कूड़ा कलेक्शन का शुल्क मिलना शुुरू हुआ है। वहीं कंपनी के कर्मचारियों ने वेतन ना मिलने पर कूड़ा कलेक्शन का विरोध कर व्यवस्था को ठप करना भी शुरू कर दिया। इस क्रम में बुधवार को सूरजकुंड डिपो पर बीवीजी कम्पनी के कर्मचारियों ने ताला जड़कर कार्य बहिष्कार कर दिया।

वार्डों से नहीं उठा कूड़ा
दरअसल, नगर निगम ने फरवरी माह में शहर के 90 वार्डों में कूड़ा कलेक्शन का काम बीवीजी कंपनी को दे दिया था। तब से कंपनी लगातार शहर के वार्डो में कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को बढ़ा रही है। कंपनी ने सात माह में 43 वार्डों तक अपनी गाडिय़ों को पहुंचाना शुरू कर दिया है। लेकिन अभी तक कंपनी ने कूड़ा कलेक्शन शुल्क वसूलना शुरू नहीं किया है। इस बीच कंपनी के कर्मचारियों ने वेतन ना मिलने नाराजगी जाहिर करना शुरू कर दिया। रक्षाबंधन पर कर्मचारियों ने वेतन को लेकर मांग की थी लेकिन वेतन नहीं दिया गया। इससे गुस्साए कंपनी के हेल्परों ने बुधवार को सूरजकुंड डिपो की तालाबंदी कर हंगामा शुरू कर दिया।

सड़क पर बैठे कर्मचारी
हेल्पर मेन गेट का ताला लगाकर बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। मामले की जानकारी मिलते ही अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ। हरपाल मौके पर पहुंच गए और कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। सड़क पर जाम लगने और हंगामे की सूचना पर सिविल लाइंस थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। नगर निगम अधिकारियों और पुलिस ने सूरजकुंड वाहन डिपो के मुख्य गेट का ताला खोलकर हंगामा शांत करने को कहा लेकिन कर्मचारी नही माने। इस बीच स्थानीय पार्षद नीरज सिंह मौके पर पहुंच गए और कर्मचारियों के समर्थन में हंगामा कर दिया। हेल्परों और अफसरों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद में एक सप्ताह में वेतन भुगतान किए जाने के आश्वासन मिलने पर कंपनी के कर्मचारियों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया।

नगर आयुक्त ने दर्ज कराई एफआईआर
इस पूरे मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए नगर आयुक्त डॉ। अमित पाल शर्मा ने कर्मचारियों को हड़ताल के लिए उकसाने और सूरजकुंड वाहन डिपो के गेट पर ताला लगाकर सरकारी कार्य मे बाधा डालने के मामले में बीवीजी कम्पनी के प्रोजेक्ट हेड सलिल शैल और स्थानीय पार्षद नीरज सिंह के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज करा दी।

Posted By: Inextlive